April 7, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय अंतर्विभागीय टास्क फोर्स बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग समेत 14 सहयोगी विभागों से विस्तृत जानकारी ली गई और जल्द से जल्द माइक्रोप्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए।  

जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि उक्त अभियान को सफल बनाने के लिए माइक्रोप्लान के अनुसार शत-प्रतिशत कार्य का सम्पादन किया जाए। सभी विभाग डाटा फीडिंग और मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान दें।जिलाधिकारी ने  निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के नगरीय या ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं भी जल जमाव, गंदगी, आदि की स्थिति पैदा न हो। नगर में कहीं भी जल भराव, नाली जाम व आदि की स्थिति होने पर नगर निगम द्वारा तत्काल कार्रवाई की जाए। 

इसी क्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज एवं ग्राम विकास विभाग की ओर से तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाए।  पूर्व में हॉट स्पॉट क्षेत्रों, घनी आबादी व अन्य मलिन बस्तियों में एंटी लार्वा छिड़काव, फागिंग आदि का कार्य करते हुए लोगो को जागरूक  किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के आपसी सामंजस्य से ही संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान को सफल बनाया जा सकता है। यह तभी संभव है जब इस संदर्भ में जिन विभागों को जो भी जिम्मेदारियां दी गयी हैं, उसका पूरी जिम्मेदारी से उन्हे पालन किया जाए। दस्तक अभियान में विभिन्न विभागों के फ्रंटलाइन वर्कर्स द्वारा वेक्टर जनित एवं संक्रामक रोगों से बचाव की जानकारी घर-घर जाकर दी जाए तथा व्यवहार परिवर्तन के लिए लोगों को प्रेरित करें। अधिक से अधिक लोगों को मच्छरों के माध्यम से फैलने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी  दी जाए ।  

इस अभियान में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता माइक्रोप्लान  साझा करते हुए कार्य सम्पादित करें । सभी विभाग अगले सप्ताह माइक्रोप्लान भेजना सुनिश्चित करें, जिससे अभियान का सफलतापूर्वक संचालन किया जा सके। 

दस्तक अभियान में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वार काउंसलिंग पर ज़ोर दिया जाए। सीएचसी व पीएचसी स्तर पर ही डेंगू आदि के मरीजों को तत्काल प्रभाव से उपचार प्रदान किया जाए।    

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, मुख्य  चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरि दत्त नेगी, सभी अपर व उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक, विभिन्न विभागों के मुख्य अधिकारी व कर्मी, समस्त ब्लॉक के अधीक्षक व एमओआईसी, अन्य अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मीयों सहित सहयोगी संस्था यूनिसेफ व डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।