
आ स. संवाददाता
कानपुर। महाराजपुर में 14 वर्षीय बच्ची की हत्या का खुलासा पुलिस ने बुधवार को कर दिया। इस घटना में गांव के ही एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी से पूछताछ में उसने कबूला कि उसने बच्ची से बलात्कार का प्रयास किया था, जब उसने विरोध किया तो पहले उसको उठाकर पटका, और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने यह भी कहा कि बच्ची उसे जानती थी इसी बात को लेकर वो घबरा गया था।
बीती 27 जनवरी को शाम लगभग साढ़े 5 बजे महाराजपुर के एक गांव में रहने वाली बच्ची बकरियां चराकर घर लौटी थी। वो अपने साथ पांच बकरियों को ले गई थी। लेकिन जब घर लौटी तो सिर्फ चार बकरियां थी। इसपर वह उसकी मां और बहन पांचवीं बकरी को खोजने निकले। मां और बहन एक रास्ते पर तथा बच्ची दूसरे रास्ते पर बकरी को खोजने निकल पड़ी। रात तक पांचवीं बकरी घर आ गई, मगर किशोरी नहीं लौटी। उसकी मां और बहन भी वापस घर लौट आई।
इसके बाद रात लगभग साढ़े 11 बजे बच्ची के पिता ने महाराजपुर थाने में सूचना दी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर किशोरी की तलाश शुरू कर दी।
इधर 30 जनवरी 2025 को सुबह साढ़े 8 बजे सिखटियापुरवा गांव में भट्टे के सामने अरहर के खेत में किशोरी का शव बरामद हुआ। जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट को हत्या में तरमीम कर विवेचना शुरू की।
डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि गांव में ही रहने वाले उदयभान को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद आरोपी उदयभान से पूछताछ की। उसने बताया कि 27 जनवरी को उसने अत्यधिक शराब पी ली थी। उसी नशे में वह किशोरी के घर के सामने बने मंदिर के किनारे गिल्ली डंडा खेलने लगा। उसी दौरान उसने बच्ची को वहां से जाते देखा। उदयभान बोला कि उसे देखकर मेरे मन में बुरे ख्याल आए मैने उसे रोककर पूछा कि वो कहां जा रही है। इसपर बच्ची ने बकरी खो जाने की बात कही। आरोपी ने कहा कि उसे बकरी खोजने के बहाने भट्ठे के सामने अरहर के खेत में ले गया।
आरोपी ने पूछताछ में कहा कि खेत में ले जाने का बाद उसने किशोरी के साथ बलात्कार का प्रयास किया तो वो चिल्लाई। उसने चिल्लाकर कहा कि मैं तुम्हें जानती हूं, मैं तुम्हारे बारे में घर वालों को सब बता दूंगी। इसके बाद उदयभान का दिमाग ठनका। उसके मुताबिक उसने सोचा कि अगर इसने बता दिया तो गांव वाले मिलकर उसे पुलिस को सौंप देंगे। बदनामी के अलावा बड़ी कार्रवाई भी हो जाएगी। इसी आवेश में आकर उसने पहले किशोरी को उठाकर पटक दिया। उसके बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
घटना को अंजाम देने के बाद उदयभान लगातार पीड़ित परिवार के सम्पर्क में रहा और पुलिस जब पहुंची तो वो घरवालों के साथ खड़ा दिखाई दिया।
इंस्पेक्टर महाराजपुर के मुताबिक सबसे पहला शक तब हुआ जब पीड़ित से ज्यादा उदयभान घटना की जानकारी देने लगा और वो ज्यादातर चीजों को ब्रीफ करने लगा। दूसरा पुलिस ने जब उदयभान से पूछताछ की तो उसने कहा कि वो बच्ची के घर के पास नहीं था। जबकि पता चला कि वो वहीं खेल रहा था। फिर आरोपी ने कहा कि वो खेल रहा था मगर फिर घर पर मोबाइल लेने चला गया था। पुलिस ने उसके साथ खेलने वाले लड़कों से पूछताछ की तो पता चला कि वो लोग चले गए थे, केवल आरोपी ही मौके पर था। इसके अलावा पुलिस को एक ऐसा चश्मदीद गवाह मिला जिसने किशोरी को उदयभान के साथ जाते देखा था।
एक झूठ उदयभान ने और बोला और पकड़ा गया। उसने पुलिस से कहा कि वो घर पर मोबाइल लेने चला गया था। जबकि सीडीआर रिपोर्ट के जरिए पता चला कि मोबाइल उसी के साथ था। इस तरह से आरोपी को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली।