
संवाददाता
कानपुर। एक बार फिर से कोरोना के बढ़ते मामले लोगों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। हालांकि विशेषज्ञों की माने तो कोरोना वायरस का ये जो वेरिएंट है वो काफी हल्का है। इस लिए इससे परेशान होने की जरूरत नहीं हैं, लेकिन सावधानी बरतनी होगी।
कोरोना पर अपनी सटीक भविष्यवाणी करने वाले आई आई टी कानपुर के डायरेक्टर प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि इस वायरस से बचाव करने की जरूरत है न कि डरने की।
प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि अभी जो संख्या बढ़ती हुई दिख रही है देश की आबादी के हिसाब से नंबर बहुत कम हैं, जब इतनी कम संख्या होती है तो गणितीय मॉडल उस पर ठीक से काम नहीं करता है। इसलिए मॉडल के हिसाब से तो मैं कुछ नहीं कह सकता हूं, लेकिन ये जरूर कह सकता हूं कि ये ओमक्रॉन का ही एक वेरिएंट है जो इस समय फैल रहा हैं।
प्रो. अग्रवाल ने कहा कि 2022 के बाद कई बार ऐसा देखा गया कि बीच बीच में कोई वेरिएंट आता है जिसकी वजह से संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगती थी, लेकिन एक समय पर आकर ये संख्या रुक जाती थी। इसमें किसी प्रकार का कोई गंभीर स्थिति नहीं देखी गई। इसलिए मेरा अनुमान है कि इस बार भी ये ही होने वाला है। इसलिए इससे परेशान होने की ज्यादा जरूरत नहीं हैं।
प्रो. अग्रवाल ने कहा कि जो रिपोर्ट डॉक्टरों की आ रही है उसके अनुसार वो काफी माइल्ड वेरिएंट है। इसमें ज्यादा तबियत खराब नहीं होती है। इसलिए इसे साधारण ही संक्रमण की तरह समझे, जैसे अन्य संक्रमण में सुरक्षा बरतते है वैसे ही इसमें भी करें।