
संवाददाता
कानपुर। विभागीय जमीन से कब्जा हटाने गई आवास विकास परिषद की टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। बुजुर्ग और महिलाएं जेसीबी के आगे लेट गईं। कुछ उसके ऊपर चढ़ गईं। हंगामा बढ़ा, तो अफसरों को पुलिस बुलानी पड़ी।
पुलिस ने महिलाओं को पकड़कर दूर किया, तो बुजुर्ग जेसीबी के आगे कूद गए। हंगामा बढ़ा तो अफसरों ने पीएसी बुलाई। पीएसी और पुलिस ने हंगामा कर रही महिलाओं और बुजुर्ग को पकड़ा। सभी को वहां से हटाया गया।इसके बाद टीम ने जमीन को कब्जामुक्त कराया। परिवार का कहना है कि जमीन हमारी है। इसका कोर्ट में केस चल रहा है। इसके बाद भी आवास विकास ने कार्रवाई की। इस दौरान करीब एक घंटे तक जमकर हंगामा हुआ। घटना कल्याणपुर थाना क्षेत्र की है।
कल्याणपुर आवास विकास-3 में कम्युनिटी सेंटर के पास पौने चार बीघा जमीन है। आवास विकास ने यह जमीन पेट्रोलियम विभाग को करीब 27 करोड़ रुपए में बेची है। आवास विकास में रहने वाले सूरज प्रसाद शुक्ला ने बताया कि मेरी जमीन पर अवैध रूप से बुलडोजर चलाया गया है। यह मेरी पुश्तैनी जमीन है।
यह जमीन मेरे दो भाईयों स्व. भगवती प्रसाद और राधे श्याम शुक्ला के नाम है। वर्तमान में जमीन पर मेरे परिवार का कब्जा है। हम लोगों ने जमीन की बाउंड्री करा रखी है। लेकिन आवास विकास परिषद की टीम यहां आई और जेसीबी चलाने लगी।
हम लोगों ने इसका विरोध किया तो अफसरों ने पुलिस और पीएसी बुला ली। कार्रवाई रोकने के लिए हम लोग जेसीबी के आगे बैठ गए। हम लोग कहते रहे कि यह जमीन हमारी है, लेकिन पुलिस ने हमारी एक न सुनी। हम सभी को पकड़ कर ले गई।
इसके बाद आवास विकास परिषद के कर्मचारियों ने बुलडोजर चलाकर अंदर बनी झोपड़ी और अन्य सामान तहस-नहस कर दिया। गेट पर अपना ताला लगाकर चले गए। सूरज प्रसाद शुक्ला ने बताया कि आवास विकास वाले हमें सर्किल रेट से भी कम मुआवजा दे रहे थे।
हमने मुआवजा लेने से मना कर दिया, तो आवास विकास ने यह जमीन पेट्रोलियम विभाग को करीब 27 करोड़ रुपए में बेच दी। इसके बाद मेरा परिवार कोर्ट की शरण में गया। वर्तमान में यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इसके बाद भी आवास विकास वालों ने यहां जेसीबी चला दी।
सूरज प्रसाद ने बताया- मामला कोर्ट में विचाराधीन है। कल इसकी सुनवाई होनी है। लेकिन, इससे पहले ही अधिकारियों ने बुलडोजर चलाकर कार्रवाई कर दी। गोपाल शुक्ला ने बताया कि मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा है। उन्होंने आवास विकास परिषद पर जबरन जमीन हथियाने का आरोप लगाया।
परिवार के लोगों ने अधिकारियों और विभाग पर आरोप लगाए। गोपाल ने कहा- अगर मुझे और मेरे परिवार को न्याय न मिला तो हम लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे। इसकी जिम्मेदारी शासन की होगी।
कल्याणपुर थाना प्रभारी राजेंद्रकांत शुक्ला ने बताया कि आवास विकास परिषद ने जमीन खाली कराने के लिए फोर्स मांगी थी, जो भेजी गई थी। कुछ लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन उन्हें समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया।






