
आ स. संवाददाता
कानपुर। सेंट्रल जीएसटी और स्टेट जीएसटी की टीमों ने कानपुर के स्क्रैप कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर छापामारी की। इन कारोबारियों के यहां कर चोरी के प्रमाण टीम को मिले। इसके बाद कारोबारियों पर कार्रवाई करते हुए 4.5 करोड़ रुपए जमा कराए गए।
सीजीएसटी कानपुर के 24 से ज्यादा अफसरों की छह टीमों ने सरोजनीनगर स्थित शिवम ट्रेडर्स और मंधना स्थित अवनी मेंटल्स प्राइवेट लिमिटेड पर छापे मारे। इनके हरबंशमोहाल, ट्रांसपोर्ट नगर, दर्शनपुरवा, बिरहाना रोड स्थित प्रतिष्ठानों पर एक साथ कार्रवाई की गई।
सीजीएसटी अफसरों ने बताया कि यहां लंबे समय से बिना इनवाइस के बिल काटे जा रहे थे। जाँच में पता चला कि बिना बिल के करोड़ों का लेनदेन किया जा रहा था। यहां पर मिले दस्तोवजों के आधार पर करोड़ों की कर चोरी पकड़ी गई।
अधिकारियों के मुताबिक डाटा विश्लेषण से कर चोरी के पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद ये कार्रवाई की गई है। अपर आयुक्त ग्रेड एक कानपुर जोन द्वितीय आरएस विद्यार्थी के निर्देश और अपर आयुक्त ग्रेड दो एसआईबी कुमार आनंद और संयुक्त आयुक्त एसआईबी सुशील कुमार गौतम की अगुवाई में उपायुक्त राजेश कुमार सिंह की टीम ने गौरी इंटरप्राइजेज के प्रतिष्ठान पर जांच की। यह फर्म स्क्रैप की खरीद और बिक्री करती है। गोपनीय इनपुट और विभागीय पोर्टल पर आंकड़ों के विश्लेषण करने पर पता चला कि फर्म ने जिन अन्य फर्मों से खरीद दिखाई है, वे पूर्व में उसके जीएसटीआर दो ए रिटर्न में नहीं दिख रहे थे।
इसके अलावा फर्म संचालक ने दिसंबर 2024 में जीएसटीआर दो बी के सापेक्ष जीएसटीआर तीन बी में अधिक आईटीसी क्लेम किया था। अपर आयुक्त ग्रेड ए ने बताया कि प्रतिष्ठान में मिले दस्तावेजों के मिलान के बाद कर चोरी पकड़ी गई है। गौरी इंटरप्राइजेज फर्म के संचालक ने मौके पर दो करोड़ 18 लाख रुपए जमा कराए हैं।