
संवाददाता
कानपुर। नगर में मानसून ने दस्तक दे दी है, पहली बरसात ने लोगों को सराबोर कर राहत देने का काम किया, तो वहीं शहर की कई प्रमुख सड़कों पर जलभराव होते ही नगर निगम की नाला सफाई व्यवस्था की पोल खुलने लगी। लाजपत नगर, फजलगंज, गोविंद नगर, शास्त्री नगर, सर्वोदय नगर समेत अन्य इलाकों में जलभराव होने से लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ा।
वहीं सीसामऊ और साकेत नगर सब्जी मंडी के पास निकली सिल्ट से समस्या खड़ी हो गई। जूही खलवा पुल को एहतियात के तौर पर बैरीकेडिंग करके बंद कर दिया गया। इसके साथ ही पहली बारिश में नगर निगम अधिकारी देर रात जलभराव की समस्याओं का जायजा लेने निकले, तो उन्होंने प्रमुख मार्गों पर जलभराव न होने बात कहते हुए अपनी पीठ थपथपाई।
मौसम विभाग के अनुसार रात 8 बजे तक 12.7 मिमी. बारिश दर्ज की गई। मानसून से पहले नगर निगम 8.14 करोड़ से शहर के नालों की सफाई करा रहा है। यह कवायद हर साल इसलिए की जाती है, ताकि बारिश में जलभराव न हो लेकिन हर बार की तरह इस बार भी सिर्फ खानापूरी करके नाला सफाई की गई।
जिसका खामियाजा शहर की जनता को पहली ही बारिश में भुगतना पड़ गया। सीसामऊ नाले के पास एकत्र कई टन सिल्ट फिर नाले में बहती रही। शास्त्रीनगर, विजय नगर, गोविंदनगर, साकेत नगर सहित कई मोहल्लों में सफाई कार्य पूरा नहीं हो सका, जिस कारण इन इलाकों में जलभराव हो गया।
वहीं नगर स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देश पर सभी जोनों में सफाई एवं खाद्य निरीक्षकों ने अपने–अपने वार्ड में गलीपिटो में फंसे हुए फ्लोटिंग मटेरियल को साफ करा कर जल निकासी कराई।
रेव–थ्री के पास एक पेड़ गिरा था, जिसे नगर निगम की टीम ने हटवाया। जूही खलवा पुल पर जलकल महाप्रबंधक पहुंचे और स्थितियों का जायजा लिया। इस दौरान जल निकासी के लिए पंप चलते मिले। उन्होंने पंप आपरेटर को निगरानी के निर्देश दिए।