
कानपुर। देश का दुश्मन किसी भी कोने में होगा हऊंक दिया जाएगा कनपुरिया अंदाज में दहाडते हुए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि विश्विविद्यालय मैदान में आयोजित जनसभा में दुश्मन देश को लताड लगायी। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने आतंक का पर्याय बन चुके दुश्मन देश पाकिस्तान को धमकी देते हुए उन्होनें कहा कि अभी आपरेशन सिन्दूर खत्म नही हुआ है। भारत माता की जय की उदघोष के साथ जनसभा की शुरआत करने से पूर्व उन्होंने लगभग 47 हजार करोड रुपयों की लागत की कई योजनाओं और कानपुर मेट्रो ट्रेन के विस्तारण का शुभारम्भ भी किया। कानपुर का उत्साह बड़ा जोरो पर देख उन्होंने कहा कि दुश्मनों की साजिश के चलते कानपुर में विकास का एक कार्यक्रम 24 अप्रैल को होने वाला था लेकिन पहलगाम हमले के कारण मुझे अपना कानपुर दौरा रद्द करना पड़ा। पहलगाम में कायराना आतंकी हमले में कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी भी इस बर्बरता का शिकार हुए जिसका दुख है। हमले में आतंकियों का शिकार बेटियों की वह पीड़ा भीतर का आक्रोश हम सब महसूस कर सकते हैं। हमारी बहनों बेटियों का वही आक्रोश ऑपरेशन सिंदूर के रूप में पूरी दुनिया ने देखा है। हमने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकाने उसके घर में सैकड़ो मीटर अंदर जाकर नष्ट कर दिए । उन्होंने नगर को स्वतंत्रता संग्राम की धरती से तुलना करते हुए कहा कि सेवा के शौर्य को बार-बार सैल्यूट करता हूं। मैं फिर कहना चाहता हूं ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो दुश्मन रहा था वह किसी धोखे में ना रहे। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र फर्स्ट रूप से तय किया पहले नम्बर पर भारत आतंकी हमले का जवाब देने का तरीका और जवाब देने की शर्तें हमारी सेनाएं खुद तय करेगी, दूसरा भारत किसी भी मुल्क की एटम बम वाली गीदड भभकी से नहीं डरेगा और न हीं उसके आधार पर कोई फैसला लेगा। तीसरा आतंक के आका और आतंकी सरपरस्त सरकार को भारत एक दुश्मन की नजर से देखेगा। उन्होंने कहा कि कनपुरिया भाषा में कहूं कि दुश्मन कहीं भी हो हऊंक दिया जाएगा। दुनिया में भारत के सदस्य हथियारों और मेकिंग इंडिया की ताकत भी अच्छी है । हमारे भारतीय हथियारों ने ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचायी जहां टारगेट तय किया वहां धमाके किए। यह ताकत हमें आत्म निर्भर भारत के संकल्प से मिली है। एक समय था जब भारत अपने सैन्य जरूरत के लिए अपनी रक्षा के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था। हमने उन हालातो को बदलने की शुरुआत की भारत अपनी रक्षा जरूरत के लिए आत्मनिर्भर हो यह हमारी अर्थव्यवस्था के लिए तो जरूरी है। यह देश के आत्म सम्मान के लिए भी उतना ही जरूरी है। इसलिए हमने देश को आजादी दिलाने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया और यह पूरे यूपी के लिए गर्व की बात है। वह डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता में बड़ी भूमिका निभा रहा है। जैसे कानपुर में पुरानी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री है वैसी साथ ऑर्डिनेस फैक्ट्री को हमने बड़ी आधुनिक कंपनियों में बदल दिया आज यूपी में देश का बड़ा डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। इस कॉरिडोर का कानपुर रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत का बड़ा केंद्र बन गया है। एक समय प्रदेश से पारंपरिक उद्योग पलायन कर रहे थे वहां आप डिफेंस सेक्टर की बड़ी कंपनियां आ रही है। यहां पास में ही अमेठी में एक के 203 राइफल का निर्माण शुरू हो चुका है। ऑपरेशन सिंदूर में जिस ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मनों को सोने नहीं दिया उसे ब्रह्मोस् का भी नया पता है। उत्तर प्रदेश भविष्य में कानपुर और भारत को डिफेंस का बड़ा एक्सपोर्टर बनाने में सबसे आगे रहेंगे। यहां नई फैक्ट्रियां लगेगी यहां बड़े पैमाने पर निवेश आएगा यहां के हजारों युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे। कानपुर का विकास की नई ऊंचाई पर लेकर जाना की डबल इंजन सरकार की पहली प्राथमिकता है। पिछली सरकारों ने आधुनिक उद्योगों की जरूरत को नजरअंदाज करके रखा था कानपुर से उद्योगों का पलायन होता गया नतीजा यह हुआ कि केवल कानपुर ही नहीं पूरा यूपी पीछे हो गया। राज्य की औद्योगिक प्रगति के लिए दो सबसे जरूरी शर्ते हैं पहले ऊर्जा क्षेत्र में बिजली सप्लाई और दूसरी इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी आज यहां 660 मेगावाट के पनकी पावर प्लांट 660 मेगावाट के नेयवले पावर प्लांट 1320 मेगावाट के जवाहरपुर पावर प्लांट 660 मेगावाट की पावर प्लांट 607 मेगावाट के खुर्जा पावर प्लांट का लोकार्पण हुआ है। यह यूपी की ऊर्जा जरूरत को पूरा करने के लिए बहुत बड़ा कदम है। इन पावर प्लांट के बाद यूपी में बिजली की उपलब्धता और बढ़ेगी इससे यहां के उद्योगों को भी गति मिलेगी। आज 47000 करोड रुपए से अधिक की लागत के कई और विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया है। यहां बुजुर्गों को मुक्त इलाज के लिए आयुष्मान बंदना कार्ड भी दिए गए अन्य योजनाओं के लाभार्थियों को भी मदद दी गई है। यह योजनाएं यह विकास कार्य कानपुर और यूपी की प्रगति के लिए हमारे कमिटमेंट को दिखाते हैं। केंद्र और प्रदेश की सरकार आधुनिक और विकसित यूपी के निर्माण के लिए काम कर रहे हैं इसी का परिणाम है जो इंफ्रास्ट्रक्चर जो सुविधा जो संसाधन बड़ी-बड़ी मेट्रो सिटी में होती। वह सब अब अपने कानपुर में भी दिखने लगी है। कुछ साल पहले हमारी सरकार ने कानपुर को पहली मेट्रो की सौगात दी थी अब आज कानपुर मेट्रो की ऑरेंज लाइन कानपुर सेंट्रल तक पहुंच गई। पहले एलिवेटेड अब अंडरग्राउंड इस तरह का मेट्रो नेटवर्क कानपुर के महत्वपूर्ण इलाकों को जोड़ रहा है। कानपुर मेट्रो का विस्तार यह कोई साधारण प्रोजेक्ट नहीं है कानपुर मेट्रो इस बात का सबूत है अगर सही इरादों मजबूत इच्छा शक्ति और नेक नियत वाली सरकार हो तो देश के विकास के लिए प्रदेश के विकास के लिए कैसे ईमानदारी से प्रयास होते हैं। कानपुर के बारे में पहले लोग कैसी-कैसी बातें करते थे चुन्नीगंज बड़ा चौराहा, नयागंज, कानपुर सेंन्ट्रल इतनी भीड़भाड़ वाले इलाके जगह-जगह संकरी सड़कों की समस्या यहां कहां उधर से कम हो पाएंगे। यहां कहां कोई बड़ा बदलाव हो पाएगा यूपी में सबसे ज्यादा संभावनाओं से बड़े शहर विकास की दौड़ में पिछड़ते गए लेकिन आप वही कानपुर वहीं यूपी विकास के नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। मेट्रो सेवाओं से ही कानपुर के लोगों को कितना फायदा होने जा रहा है कानपुर व्यापार का इतना बड़ा केंद्र है मेट्रो के कारण व्यापारियों को नवीन मार्केट और बड़ा चौराहा पहुंचना आसान हो गया है । कानपुर आने जाने वाले लोग आईआईटी के स्टूडेंट सामान्य मानवीय इन सब के लिए सेंट्रल रेलवे स्टेशन तक पहुंचने में समय भी बचेगा। यूपी की पहचान टूटी फूटी सड़कों से होती थी वह अब वह तगडे नेटवर्क के लिए जाना जाता है जी यूपी में लोग शाम के बाद बाहर जाने के बचते थे वह अब हाईवे पर 24 घंटे लोग ट्रैवल करते हैं यूपी कैसे बदला है यह कानपुर वालों से बेहतर बना कौन जानता है। कुछ ही दिनों में कानपुर लखनऊ एक्सप्रेस भेजें लखनऊ का सफर सिर्फ 40 45 मिनट का होने वाला है। 18 रेलवे क्रॉसिंग से नगर वासियों को संघर्ष करना पड़ता था कभी यह फाटक बंद कभी वह फाटक बंद आप लोग कब से ही परेशानी से मुक्ति की मांग कर रहे थे 1000 करोड रुपए खर्च करके एलीवेटड रेल कॉरिडोर बनने जा रहा है। सबसे बड़ी बात कानपुर के आप लोगों का समय बचेगा साथियों कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन को भी अपडेट करके विश्व स्तरीय लूप दिया जा रहा है। जनसभा में उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ,दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक के साथ ही एके शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्री सांसद रमेश अवस्थी, महापौर प्रमिला पान्डेय मौजूद रहे। वहीं स्थानीय नेताओं में सभी पार्टी विधायक जैसे सुरेन्द्र मैथानी, महेश त्रिवेदी, नीलिमा कटियार, राहुल बच्चा सोनकर, स्वप्निल वरुण और संगठन के जिला अध्ययक्ष अनिल दीक्षित महामन्त्री जितेन्द्र विश्वकर्मा, राज्य दिशा कमेटी के प्रदेश सदस्य राजू बाल्मीकि हजारों समर्थकों के साथ जनसभा में रहे।