March 10, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  बिल्हौर में छह महीने से लापता अपनी बेटी की तलाश कर रहे बुजुर्ग दम्पति को न्याय दिलाने के लिए वकीलों का संगठन उन्हें मानवाधिकार आयोग लेकर जाएगा।
इस मामले में दंपति ने तमाम जतन कर लिए मगर बेटी की कोई जानकारी नहीं मिली। अब सेन्ट्रल बार एसोसिएशन ने पीड़ित दंपति से मुलाकात कर उन्हें मानवाधिकार आयोग तक ले जाने का आश्वासन दिया है।
सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के महामंत्री एडवोकेट प्रवीण फाइटर अपने प्रतिनिधिमंडल के वकीलों सागर यादव, महेन्द्र प्रसाद शर्मा, ओएन पाण्डेय, रविन्द्र सिंह, श्रीकृष्ण मिश्रा के साथ उत्तरीपुरा बिल्हौर में वृद्ध दम्पति राकेश दुबे और निर्मला देवी से मिलने पहुंचे। वकीलों के दल ने परिवार के साथ बैठक की।
एडवोकेट प्रवीण फाइटर ने बताया कि वृद्ध माता पिता ने चौकी से लेकर पुलिस कमिश्नर तक सब जगह दौड़ लगा ली है। जब सफलता हाथ नहीं लगी तो विधान भवन के सामने आत्मदाह की भी प्रयास किया। मगर पुलिस ने इस मामले में ठीक से जांच नहीं की। जिसके कारण उनकी  बेटी आकांक्षा दुबे का कुछ पता नहीं चल सका।
एडवोकेट के मुताबिक उन्होंने वृद्ध दंपती से मिलने के बाद घटना का पूरा विवरण समझा। इसके बाद क्षेत्रीय थाने से भी इस बारे में जानकारी जुटाई। एडवोकेट के मुताबिक माता पिता ने कुछ लोगों के नाम भी बताए हैं। जिन पर उन्हें संदेह है। जिन लोगों के नाम सामने आए उनसे भी पुलिस गहराई से पूछताछ कर चुकी है मगर कोई परिणाम नहीं मिला।
एडवोकेट प्रवीण फाइटर ने कहा कि वो पीड़ित माता पिता को मानवाधिकार आयोग लेकर जाएंगे। वहां पर उनके द्वारा केस दाखिल कराएंगे। एडवोकेट ने कहा की पीड़ित को मुख्यमंत्री से भी मिलवाने का आश्वासन दिया गया है। वहां से पुलिस के लिए दिशा निर्देश माँगा जाएगा। ताकी मामले में ठीक से जांच हो सके।
उत्तरीपुरा बिल्हौर मान निवादा निवासी राकेश दुबे और पत्नी निर्मला देवी की बेटी आकांक्षा दुबे बीती 31 अगस्त 2024 को लापता हो गई थी। वो खेरेश्वर सरैंया घाट दीपदान करने गई थी। लेकिन वहां से घर लौटकर नहीं आई। पुलिस की जांच के दौरान ई-रिक्शा में उसे मंदिर से लौटते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था।
शिवराजपुर पुलिस और सर्विलांस टीम के साथ क्राइम ब्रांच को भी अभी तक लापता आकांक्षा का पता नहीं लगा है। तब से छह माह बीत जाने के बाद बुजुर्ग दम्पत्ति लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रहे है।
बुजुर्ग दम्पति के लिए पानी जब सिर से ऊपर हो गया तो उन्होंने 24 फरवरी 2025 को विधानभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। इससे पूर्व उन्होंने 11 फरवरी 2025 को डीएम ऑफिस के बाहर धरना दिया था। 13 दिसंबर 2024 को पुलिस कमिश्नर दफ्तर में दंपति ने केरोसिन डालकर सुसाइड का प्रयास किया था।