कानपुर। भक्ति, श्रद्धा और भाव के परिणामस्वरूप श्रद्धालुओं और अपने बच्चों के दु:ख दूर करने के लिए मां दुर्गा अपने भक्तों का दामन खुशियों से भरती आ रही हैं। खासकर, नवरात्रों पर मां की कृपा अपने भक्तों पर और भी अधिक बरसने लगती है और इस समयांतराल में जो भक्त मां की सच्चे मन से सेवा कर लेता है, उसे परम सुख प्राप्त होता है। ऐसा मानना है शुक्लागंज में राजधानी मार्ग पर स्थित सिद्ध दुर्गा मंदिर के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का। श्रद्धालुओं की मानें तो मां के दरबार में खाली झोली लेकर आने वाले भक्त खुशियों से भरी झोली लेकर बाहर गए हैं। इतना ही नहीं मां ने अपने भक्तों को बड़ी-बड़ी मुसीबतों और कष्टों से यूं निकाल दिया मानों कोई चमत्कार हुआ हो। कालांतर के समय से शुक्लागंज में बना हुआ दुर्गा मंदिर जहां भक्त बहुत दूर-दूर से आते हैं भक्त मंदिर परिसर में चांदी के दरबार में विराजमान मां दुर्गा, चांदी के सिंहासन में बिराजी संतोष माता, दुर्गा माता का मठ व चांदी के सिंहासन में बिराजे गुरू जी और मंदिर के पट चांदी के बने हुए हैं।लखनऊ कानपुर राजधानी मार्ग पर कानपुर से सटे शुक्लागंज में मां दुर्गा का भव्य दरबार है। जहां रोजाना सैकड़ो की संख्या में भक्तगण दर्शन करने के लिए आते हैं। नवरात्र के दिनों में यहां विशेष चहल-पहल होती है। पहले यहां पर मारवाड़ी समाज के भक्त पूजा अर्चना करते थे। मंदिर में दर्शन के लिए देश के विभिन्न भागों से भक्तगण आते हैं। सुबह से माता के दरबार में माथा टेकने ने वालों की भीड़ उमड़ने लगती है मां सभी की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। विशाल प्रांगण में विभिन्न प्रकार के मांगलिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।