आज़ाद संवाददाता
कानपुर। चकेरी थाना क्षेत्र में एक डॉक्टर ने अपनी पत्नी पर डीजल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की। पीड़िता किसी तरह जान बचाकर घर से भागी और थाने पहुंचकर मदद की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
के.आर पुरम, सनिगवां रोड निवासी डॉक्टर शालिनी की शादी 7 जून 2017 को मैनपुरी आवास विकास कॉलोनी, राधारमण रोड निवासी डॉ. उमंग बहादुर सिंह से हुई थी। शादी के बाद से ही शालिनी का ससुराल वालों के साथ रिश्ता तनावपूर्ण रहा।
पीड़िता का आरोप है कि उसकी सास निर्मला देवी, ननद सत्या और गायत्री, जेठ उपेंद्र बहादुर लगातार उसे ताने देते और अपमानित करते थे।
शालिनी ने पुलिस को बताया कि ससुराल वाले अक्सर कहते थे कि हम 150 बीघा जमीन के मालिक हैं, तुम नौकरीपेशा घर की लड़की हो, तुम्हारे जैसे लोग हमारे यहां शराब के ठेकों और खेतों में काम करते हैं। इसलिए तुम्हें घर में नौकरानी की तरह रहना पड़ेगा। जब शालिनी ने इस अपमान की शिकायत अपने पति से की तो उसने भी साथ देने के बजाय मारपीट शुरू कर दी।
पीड़िता के पिता ने रिश्तेदारों से 15 लाख रुपए का इंतजाम करके उसके लिए क्लिनिक खुलवाया, लेकिन इसके बाद भी शालिनी की परेशानियां खत्म नहीं हुईं। वह बताती हैं कि ससुरालीजन आए दिन किसी न किसी बहाने से झगड़ा करते और मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे।
पीड़िता के मुताबिक उसकी ननद और पति ने बेल्ट और लात-घूसों से बेरहमी से पिटाई की। इसके बाद उस पर डीजल डालकर आग लगाने की कोशिश की गई। किसी तरह शालिनी वहां से भाग निकली और अपने मामा के साथ थाने पहुंची। परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां कई दिनों तक उसका इलाज चला।
शालिनी का कहना है कि थाने में शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर उन्होंने पुलिस कमिश्नर से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की। कमिश्नर के निर्देश पर चकेरी पुलिस ने ससुराल पक्ष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
चकेरी थाना प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई होगी।







