
संवाददाता
कानपुर। डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की तेज तर्रार कार्य शैली बरकरार चल रही है।
मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे डीएम अचानक चुन्नी गंज के पीडब्लूडी कार्यालय पहुंच गए। यहां पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले अटेंडेंस रजिस्टर चेक किए और बोलकर सभी कर्मचारियों की अटेंडेंस लगाई। इस दौरान 7 कर्मचारी अबसेंट मिले। उन्होंने तुरंत रजिस्टर में ही अबसेंट मार्क कर दिया।
इस दौरान डीएम ने एक्सईएन राकेश यादव को भी फटकार लगाई। डीएम उनसे बोले कि कार्यालय में बिना अनुमति के कर्मचारियों का अबसेंट रहना और पिछले दिन गैर-हाजिर कर्मचारियों की रजिस्टर में एंट्री नहीं होना दिखाता है कि आप पर्यवेक्षणीय कार्य में सजग नहीं हैं।
अटेंडेंस रजिस्टर चेक करने के दौरान आखिरी नाम पढ़कर अचानक डीएम हंसने लगे। उन्होंने पुनीन नाम पुकारा तो कोई कुछ नहीं बोला और लोग एक दूसरे की ओर देखने लगे। तब तक किसी ने कहा कि पियून लिखा होगा सर। तो डीएम ने जवाब दिया वो तो मुझे भी पता है। आप लोग बुलाते होंगे तो उसे लिख दिया है।
डीएम को निरीक्षण के दौरान 7 कर्मचारी गैर-हाजिर मिले। जबकि 2 कर्मचारी पिछले 2 दिन से गायब मिले। इस पर उन्होंने अधिशासी अभियंता राकेश यादव से कहा कि पहले कर्मचारियों से स्पष्टीकरण लें, अगर आप जवाब से संतुष्ट हों तभी सैलरी रिलीज कराएं। अन्यथा सैलरी रोक दें।
उपस्थिति रजिस्टर चेक करने पर 7 कर्मचारी रवि शंकर, ओमेन्द्र सिंह सचान, मो. आरिफ, विजयलक्ष्मी, रंजना देवी, प्रेमचंद्र शर्मा और संजय, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए। जिसमें रविशंकर और ओमेन्द्र सिंह सचान दोनों वरिष्ठ सहायक एक दिन पहले भी अबसेंट थे। जिसके संबंध में कोई छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र भी नहीं मिला।