
आ स. संवाददाता
कानपुर । होली की छुटटी से फारिग होकर जिलाधिकारी एक बार फिर से एक्शन मोड में लौट आए उन्होंने शिक्षा विभाग से जुडे कार्यालयों में औचक निरीक्षण कर सबको चौंका दिया जिससे विभाग मे पूरी तरह से हडकम्प मच गया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सोमवार को माध्यमिक शिक्षा विभाग के संयुक्त शिक्षा निदेशक समेत उप शिक्षा निदेशक ,जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला विद्यालय निरीक्षक द्वितीय के कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर उनकी कार्यशैली को परखने का काम किया। जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान उप शिक्षा निदेशक राजू राणा गैरहाजिर मिले जिसपर उनके फोन करने पर उन्होंने रास्ते में होने की बात कही। इसके अलावा जिला विद्यालय निरीक्षक, द्वितीय राजीव कुमार यादव भी अनुपस्थित मिले। शिक्षा विभाग के कार्यालयों में कुल 14 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। जिस पर जिलाधिकारी खासे नाराज दिखायी पडे। इस पर जिलाधिकारी ने उनके वेतन रोकने और अन्य कार्रवाई के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान उप शिक्षा निदेशक, कार्यालय में कार्यरत प्रधान सहायक रजनीश श्रीवास्तव, वरिष्ठ सहायक राजेश कुमार सैनी, कनिष्ठ सहायक वेद प्रकाश, कनिष्ठ सहायक कंचन पाल,वरिष्ठ सहायक गरीबदास अनुपस्थित मिले। संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में कार्यरत वरिष्ठ सहायक गोविंद कुमार लेखाकार प्रिया मन्धानी व कनिष्ठ सहायक प्रतिभा सचान नदारद मिली। वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक ललितकांत कटियार,वरिष्ठ सहायक जितेंद्र कुमार तथा कनिष्ठ सहायक अंकित कुमार व अमोल कुमार अनुपस्थित मिले।
वहीं, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने नर्वल स्थित हाथीपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सिर्फ पीएचसी में वार्ड बॉय राम शंकर ही मौजूद थे। इसके अलावा कोई अन्य कर्मचारी या चिकित्सक उपस्थित नहीं मिले। स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के दौरान सीनियर लैब असिस्टेंट देवेंद्र शुक्ला, स्टाफ नर्स वर्तिका वैश्य, चिकित्साधिकारी राणा निगम, फार्मासिस्ट प्रतिभा और शशि किरण सचान अनुपस्थित मिले। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर साफ सफाई की स्थिति भी खराब मिली। वार्ड ब्वाय ने बताया कि सफाई कर्मचारी के छुट्टी पर होने के कारण साफ सफाई सही ढंग से नहीं हो सकी। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कानपुर को कार्रवाई के निर्देश दिये।