May 9, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। प्रधानमन्‍त्री नरेन्‍द्र मोदी के प्रस्‍तावित 24 अप्रैल के नगर दौरे को लेकर उनकी अगवानी की तैयारियों को परखने के लिए मुख्‍यमन्‍त्री योगी आदित्‍यनाथ रविवार को यहां आ सकते हैं। उनके व्‍यस्‍त कार्यक्रम को देखते हुए जिला प्रशासन अपनी  तैयारियों में पूरी तरह से जुटा रहा। सीएम के आगमन को लेकर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने पनकी पॉवर प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अफसरों को आवश्‍यक दिशा-निर्देश दिये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कानपुर दौरे को लेकर जिलाधिकारी ने अर्मापुर स्टेट ग्राउंड में निर्माणाधीन हेलीपैड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सेफ हाउस, स्विस कॉटेज व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अधिकारियों को सभी कार्य समय से पहले ही पूरे किए जाने के निर्देश दिये। दौरे के दृष्टिगत पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार व जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह द्वारा सुरक्षा व्यवस्था व अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। 

जिलाधिकारी ने 1660 मेगावाट पनकी तापीय विद्युत  परियोजना का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने माध्यमिक मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए कंट्रोल रूम, एडमिन बिल्डिंग,  सीआईएसएफ तैनाती  सहित अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं के साथ साफ- सफाई व अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए । उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के दौरे के समय चाक – चौबंद व्यवस्थाएं हो। जिससे मा. प्रधानमंत्री  के दौरे के लिए बनाई गई रूपरेखा के तहत काम करके कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे को लेकर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर सीएसए मैदान का जायजा लिया।प्रधानमन्‍त्री नरेन्‍द्र मोदी इसी मैदान से ऑनलाइन कई योजनाओं का लोकार्पण कर सकते हैं।

लेकिन उससे पहले तैयारियों की जमीनी हकीकत परखने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ 20 अप्रैल को शहर आ सकते हैं। सीएम स्थितियों का जायजा लेने के साथ ही तैयारियों की समीक्षा बैठक भी कर सकते हैं।

इसी तरह पुलिस विभाग द्वारा प्रस्तावित वीवीआईपी कार्यक्रम के दृष्टिगत पार्किंग की व्यवस्था के लिए सीएसए मैदान का जायजा लिया गया। साथ ही सुरक्षा के साथ-साथ ट्रैफिक व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था, वीआईपी मूवमेंट, आम जनता की सुविधा तथा कार्यक्रम स्थल की निगरानी व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने को निर्देशित किया गया।