
संवाददाता
कानपुर। बिल्हौर को नया जिला बनाने की मांग अब जनआंदोलन का रूप ले चुकी है। सर्व समाज उत्थान सेवा समिति उत्तर प्रदेश ने राज्यपाल को संबोधित 325वां ज्ञापन एसडीएम डॉ. संजीव कुमार दीक्षित को सौंपा। समिति ने शासन से बिल्हौर को भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी नगर घोषित करने की अपील की है।
समिति के प्रबंधक महंत सियाराम दास ने बताया कि बिल्हौर का भौगोलिक क्षेत्रफल और यातायात सुविधा इसे जिला बनाने के लिए पूरी तरह उपयुक्त हैं।
रसूलाबाद, शिवली, मैथा, चौबेपुर, ककवन, मकनपुर और अरौल जैसे क्षेत्र पहले से ही बिल्हौर से आर्थिक और सामाजिक रूप से जुड़े हुए हैं। उनका कहना है कि देश में अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कोई जिला नहीं है, इसलिए यह कदम उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
संगठन ने यह भी बताया कि बिल्हौर और घाटमपुर का न्यायिक क्षेत्र कानपुर देहात में होने से लोगों को 120 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। सीमित आवागमन साधनों के चलते जनता को काफी दिक्कत होती है।
किसानों के हित में समिति ने फर्रुखाबाद से मंधना तक फैले आलू उत्पादक किसानों के लिए बिल्हौर में बोदका प्लांट या सरकारी खरीद केंद्र स्थापित करने की मांग रखी। इसका उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है।
इसके साथ ही संगठन ने बिल्हौर और आसपास की एक लाख से अधिक आबादी के लिए राजकीय कन्या महाविद्यालय की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि कॉलेज न होने से छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए दूर-दराज के शहरों में जाना पड़ता है, जो “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” अभियान की भावना के विपरीत है।
ककवन रोड रेलवे क्रॉसिंग पर आए दिन लगने वाले जाम और हादसों से बचने के लिए समिति ने वहां ओवरब्रिज निर्माण की भी मांग की।
महंत सियाराम दास ने घोषणा करी कि जब तक शासनादेश लागू नहीं होता, समिति हर महीने की 10 तारीख को ज्ञापन सौंपती रहेगी। जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी किया जाएगा।





