
संवाददाता
कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर में शैक्षणिक सत्र 2025-26 से दो महत्वपूर्ण और आरसीआई से मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जा रही है।
बीएससी ऑनर्स क्लिनिकल साइकोलॉजी 4 वर्ष का और एमए, एमसाई क्लिनिकल साइकोलॉजी 2 वर्ष का है। यह पाठ्यक्रम उत्तर प्रदेश में पहली बार किसी गवर्नमेंट पब्लिक स्टेट यूनिवर्सिटी में शुरू होने जा रहा है।
इस कोर्स की समन्वयक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बताया कि इस ऐतिहासिक पहल से मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में उच्चस्तरीय शिक्षा और व्यावसायिक अवसर उपलब्ध होंगे।
बीएससी ऑनर्स क्लिनिकल साइकोलॉजी 4 वर्ष का कोर्स है। विज्ञान वर्ग से 12वीं में न्यूनतम 50% अंक प्राप्त करने वाले ही इसमें प्रवेश ले सकेंगे। प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर पर चयन किया जाएगा।
पाठ्यक्रम पूर्ण करने के बाद विद्यार्थी आरसीआई से क्लीनिकल असिस्टेंट के रूप में पंजीकृत होंगे। इनका नाम सीआरआर में एक अलग श्रेणी में दर्ज होगा जो उन्हें क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट से अलग पहचान देगा।
डा. प्रियंका बताया कि एमए,एमसाई क्लिनिकल साइकोलॉजी का कोर्स 2 वर्ष का है। इसके लिए जरूरी योग्यता है कि न्यूनतम 4 वर्षीय बीए,बीएससी साइकोलॉजी में 55% अंक होने चाहिए।
तीन वर्षीय स्नातक करने वाले विद्यार्थियों को ब्रिज कोर्स या मास्टर्स के प्रथम वर्ष में 55% अंकों के साथ पात्रता होनी चाहिए। प्रवेश परीक्षा में 70% और साक्षात्कार के 30% अंको के आधार पर भी प्रवेश के लिए चयन किया जाएगा।
कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि छत्रपति शाहू जी महाराज विवि में पहली बार क्लिनिकल साइकोलॉजी के नए पाठ्यक्रम शुरू होने जा रहे हैं। सत्र 2025- 26 से ही विश्वविद्यालय में इसके प्रवेश शुरू हो जाएंगे।
आरसीआई की गाइडलाइंस के मुताबिक यह पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर बहुत जल्द ही इसके रजिस्ट्रेशन की प्रकिया शुरू कर दी जाएगी।
विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कि क्लिनिकल साइकोलॉजी के नए पाठ्यक्रम में दाखिले की प्रकिया एंट्रेस एग्जाम के माध्यम से की जाएगी। विवि की वेबसाइट पर निर्धारित शुल्क के साथ छात्र वेब रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। इसके पश्चात एंट्रेस एग्जाम के बाद मेरिट के आधार पर साक्षात्कार के साथ दाखिले की प्रकिया पूरी की जाएगी।