April 19, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। बुधवार को कांग्रेसियों ने सरकार के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया था। सैकड़ों की संख्या में तिलक हॉल से कांग्रेसी निकलकर मेस्टन रोड होते हुए बड़ा चौराहा तक पहुँचे । लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक लिया। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्रा के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया।
प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस बल और पीएसी को तैनात किया गया था। प्रदर्शन में आगे बढ़ते हुए कांग्रेसियों को  रोकने पर विरोध शुरू हो गया। पुलिस ने करीब 150 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को कोतवाली में बैठा लिया। करीब आधे घंटे तक कांग्रेसी कोतवाली में ही नारेबाजी करते रहे।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ग्रामीण संदीप शुक्ला ने बताया कि नेशनल हेराल्ड केस में ईडी द्वारा जब्त की जा रही संपत्तियों के विरोध में प्रदर्शन किया गया। सरकार लगातार कांग्रेसियों का दमन कर रही है। राहुल गांधी के मुद्दों से सरकार डर गई है, इसलिए ईडी के माध्यम से परेशान किया जा रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर रही है।
कानपुर महानगर जिलाध्यक्ष पवन गुप्ता ने बताया कि मैं प्रदर्शन में शामिल न हो सकूं, इसलिए पुलिस ने कैंट थाने में हिरासत में ले लिया। ये सरकार कांग्रेस को अपने कुचक्रों से कुचलना चाहती है। इसके विरोध में एक-एक कांग्रेसी संघर्ष करेगा और मजबूत होकर सरकार का विरोध करेगा।
ऑल इंडिया कांग्रेस पार्टी कमेटी सदस्य जेपी पाल ने बताया कि पुलिस ने बीच में ही रोकने का प्रयास किया। कोतवाली के पास पुलिस ने हमारे पूर्व विधायकों के साथ अभद्रता की और कांग्रेसियों को घसीट कर कोतवाली में ले गए। पहले भी हम लोग गांधीवादी तरीके से ज्ञापन देते रहे है, लेकिन पुलिस ने हरबार लगातार अभद्रता की।
एआईसीसी सदस्य विकास अवस्थी ने कहा कि केंद्र सरकार जिस तरह से तानाशाही कर रही है। राहुल और सोनिया गांधी के खिलाफ सरकार के इशारे पर ईडी ने आरोप पत्र दाखिल किया है। इससे साफ है कि सरकार कांग्रेस से डरी हुई है। कांग्रेस पार्टी इस दमन से दबाव में नहीं आने वाली है