कानपुर। नगर के बिल्हौर थाना क्षेत्र के रानेपुर और जरैला पुरवा गांव के बीच आरआरसी सेंटर के पास देर रात गौवंश लादकर ले जा रहे दो ट्रकों में आगे चल रहे ट्रक का पहिया कच्चे रास्ते में चला गया और वहीं धंस गया। ट्रक चालक काफी देर तक उसे निकालने का प्रयास करता रहा लेकिन सफल नहीं हो सके। इसी बीच मामले की भनक ग्रामीणों को लग गई। ग्रामीणों ने देखा दोनो ट्रक चालक ट्रक को गढ्ढे से निकाल नही पा रहे, तो ग्रामीण उनकी मदद करने के लिए आगे बढ़े तभी उनकी नजर ट्रकों में ले जाए जा रहे गौवंशों पर पड़ गई। गौवंशों से लदे ट्रक देख ग्रामीणों को मामला संदिग्ध लगा, इसी बीच ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों ट्रकों को पकड़ लिया। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही ट्रक चालक और गौतस्कर ट्रक छोड़कर मौके से भाग निकले। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों ट्रकों को कब्जे में ले लिया और उनमें मौजूद सभी गौवंश को गौशाला भेज दिया। इसके बाद पुलिस ने सुबह जेसीबी की मदद से ट्रक को गड्ढे से निकलवाया। दोनों ट्रकों में लगभग तीन दर्जन गौवंशों को क्षेत्र की कमालपुर खोंदन गौशाला में छुड़वाया गया। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। ग्रामीणों के अनुसार गांव के बाहर खलिहान में शनिवार शाम कुछ गौवंश लदे ट्रक के साथ कुछ लोग देखे गए थे। ग्रामीण उन्हें घुमंतू जाति का चरवाहा समझ रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार सुबह से वह चरवाहे कहीं नहीं दिखाई दिए। वहीं तस्करी के लिए गौवंश लदवाने में एक ग्रामीण की भी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। मामले की जांच पड़ताल में जुटी पुलिस ने जल्द ही मामले का खुलासा करने की बात कही है।