कानपुर। पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के पहले दिन शुक्रवार को शहर के बाहर से आए अभ्यर्थियों को खासी परेशानी का सामना करना पड गया। पुलिस भर्ती परीक्षा देने आए कुछ अभ्यर्थियों के पास उनका एडमिट कार्ड खो गया था। ऐसे में उन्हें एडमिट कार्ड निकालने के लिए इंटरनेट कैफे तक जाना पड़ रहा था, लेकिन आसपास कैफे संचालक और फोटो कॉपी की दुकानों को बंद कर दिया गया था। परीक्षार्थियों और उनके अभिवावकों ने प्रवेश पत्र निकालने के लिए खासी जददोजहद उठानी पडी। शुक्रवार को शहर के 69 परीक्षा केन्द्रों पर अभ्यउर्थियों का जमावडा तो रहा है साथ पुलिस का कडा पहरा भी रहा। पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यकर्थियों ने केंद्रों पर सख्ती के बीच परीक्षा दी । परीक्षा केन्र्तो से बाहर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर आसान आया था। परीक्षा में सख्तीा का आलम ये रहा कि एक ओर जहां परीक्षार्थीयों के जूते चप्पल उतरवाए गए तो वहीं महिलाओं का जूड़ा तक खुलवा दिया गया। परीक्षा केंद्र से 100 मीटर के दायरे की सभी दुकानें बंद कर दी गई है। किसी भी तरह के गैजेट्स या कागजों को ले जाने की इजाजत नहीं है। जिला कोषागार से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सेंटर्स तक पेपर पहुंचाए गए है।ऐसे में परीक्षार्थियों को दिक्कत ना हो तो पुलिस ने उनकी मदद की और थाने में जाकर वहां से उनका एडमिट कार्ड निकाला गया।परीक्षार्थियों को अपना बैग मोबाइल रखने के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े इसके लिए हर केंद्र के बाहर पुलिस की तरफ से ऐसी व्यवस्था कराई गई थी ताकि परीक्षार्थी अपना बैग जमा करें और टोकन नंबर ले ले। इसके बाद जब परीक्षा खत्म होगी तो उन्हें उसी टोकन नंबर के आधार पर उनके बाग वापस दे दिए जाएंगे।जिस किसी लड़के के बड़े-बड़े बाल थे, ऐसे लोगों की भी तलाशी ली गई और उनके बालों के अंदर तक देखा गया इसके अलावा जूते और मोजे उतार करके हर परीक्षार्थियों की चेकिंग हुई। किसी भी परीक्षार्थियों को बेल्ट तक पहनकर अंदर नहीं जाने दिया गया।5 दिन चलने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा का आज पहला दिन है। दो पालियों में होने वाली प्रत्येक परीक्षा में करीब 25 हजार अभ्यर्थी शामिल होंगे। परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों का प्रवेश दिया जा रहा है। कड़ी सुरक्षा के बीच जांच के बाद ही एंट्री दी गई।सकेत नगर में स्थित सुभाष स्मारक इंटर कॉलेज में परीक्षार्थियों की सघन चेकिंग की गई। इस दौरान परीक्षार्थियों के जूते-चप्पल तक की चेकिंग की गई। परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो इसलिए पुलिस कोई लापरवाही बरतना नहीं चाहती है।