आ. स. संवाददाता
कानपुर। पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में अनिश्चितता बढ़ रही है, बादलों ने मानसून की ही तरह अपना डेरा डाल दिया है। हालांकि अब तेज बारिश की संभावना तो फिलहाल दिखायी नहीं दे रही है, लेकिन हल्की बारिश से इन्कार भी नही किया जा सकता है। मौसम विभाग का मानना है कि नगर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश हो सकती है जो तापमान गिराने में सहायक होगी। आने वाले दिनों में दक्षिणी पश्चिम सर्द हवाओं का असर पड़ेगा, जिससे तापमान में गिरावट होगी। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बताया कि मानसून वापसी के बाद उत्तर प्रदेश का मौसम शुष्क हो गया है और आसमान लगभग साफ होने लगा है। यह अलग बात है कि कहीं कहीं पर निचले स्तर के बादलों की आवाजाही हो जाती है। आगामी दिनों दक्षिणी पश्चिमी सर्द हवाओं का असर उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में दिखेगा और रातें सर्द होने लगेंगी। फिलहाल उत्तर प्रदेश में इन दिनों मौसम शुष्क बना हुआ है और रात में तापमान गिर रहा है। वहीं दिन का तापमान लगभग सामान्य चल रहे हैं। आगामी दिनों में जैसे ही सूर्य अपनी स्थिति बदलेगा तो दिन का भी तापमान गिरने लगेगा। इस बीच दक्षिणी पश्चिमी सर्द हवाएं उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में आने लगेंगी जिससे गुलाबी सर्दी पड़ने लगेगी। इस दौरान निचले स्तर के बादलों की आसमान में आवाजाही हो सकती है जिससे स्थानीय स्तर पर बूंदाबांदी के आसार हैं, लेकिन तेज बारिश की संभावना नहीं है।उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 31.0 और न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 87 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 61 प्रतिशत रही। हवाओं की दशा शांत रही, जिनकी औसत गति 2.6 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आगामी पांच दिनों में हल्के बादल छाये रहेंगे और अगले दिनों में स्थानीय स्तर पर बहुत हल्की वर्षा होने के आसार हैं।