April 19, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। मुस्लिम सामाजिक संस्था आल इंडिया सुन्नी उलमा कौंसिल के महासचिव हाजी मोहम्मद सलीस का कहना है कि हिंदुस्तान के अंदर संघ एक पॉवर फुल संगठन है और संघ के प्रति मुसलमानों के अंदर जो भ्रांतियां और गलतफहमियां हैं उसको खत्म होना चाहिए और आरएसएस को मुसलमानों के प्रति जो गलतफहमियां है उसे दूर होना चाहिए ।

क्योंकि हम सब एक ही कश्ती के मुसाफिर हैं । इस कश्ती को जो भारत रूपी कश्ती है, हम सब को इसे आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए, नफरतों को खत्म करके दुनिया में भारत का नाम रौशन करने का प्रयास करना चाहिए,
मुस्लिम सामाजिक संस्था ने इससे पहले भी मोहन भागवत से मुलाकात के लिए दो बार पत्र लिख कर समय मांग चुकी है।
ऑल इंडिया सुन्नी उलेमा काउंसिल के महासचिव हाजी मोहम्मद सलीस ने कहा कि मुसलमानो और आरएसएस के बीच फैली भ्रांतियां को दूर करने के लिए भागवत जी से मुलाकात करने का फैसला किया गया है।
जिसके लिए पत्र के माध्यम से उन्हें उनके कानपुर प्रवास पर अवगत कराया जाएगा। मोहन भागवत 5 दिन के प्रवास पर कानपुर आए हैं।
इसलिए कोशिश की जाएगी कि उनसे मुलाकात हो सके । इससे पहले भी उनके कानपुर प्रवास के दौरान उनसे पत्र के माध्यम से मिलने का समय मांगा गया था।
2015 में कानपुर प्रवास के दौरान पत्र लिखा था, जिसके फलस्वरूप आरएसएस की मुस्लिम विंग राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्रेश से मुलाकात हुई थी।
14 फरवरी 2015 को ऑल इंडिया सुन्नी उलेमा काउंसिल के महासचिव ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मिलने का समय मांगते हुए एक पत्र लिखा था। जिसे देने वह खुद गए थे। उस वक्त मोहन भागवत कानपुर प्रवास पर थे।
उन्होंने 17 फरवरी 2015 को राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के इंद्रेश कुमार को ऑल इंडिया सुन्नी उलेमा काउंसिल के महासचिव हाजी मोहम्मद सलीम से मुलाकात का समय दे दिया। इस मुलाकात के दौरान हाजी सलीस ने इंद्रेश कुमार के सामने अपने 6 सवाल रखे थे ।
23 मार्च 2015 को ही आल इंडिया सुन्नी उलमा कौंसिल ने नागपुर एक दावतनामा भेज कर एक कार्यक्रम के लिए उन्हें आमंत्रित भी किया था ।
हाजी मोहम्मद सलीस ने बताया की आरएसएस की इंग्लिश मैगजीन में ऑल इंडिया सुन्नी उलमा काउंसिल से 10 सवाल पूछे गए थे । जिसका जवाब संस्था के द्वारा 25 मार्च 2015 को नागपुर कार्यालय लिखकर भेज दिया गया था।
हाजी सलीस ने बताया कि साल 2016 में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कानपुर के प्रवास पर बिठूर स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज में आए हुए थे। तो अपने सचिव के माध्यम से संस्था ने उनसे मुलाकात के लिए फिर पत्र लिखकर समय मांगा था।
हाजी सलीस ने कहा एक बार फिर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कानपुर के पांच दिवसीय प्रवास पर हैं ,तो संस्था के द्वारा संघ कार्यालय में पत्र प्रेषित करके मुलाकात के लिए उनसे समय मांगा जाएगा।
हाजी सलीस ने कहा मुसलमानों के तालुक से मोहन भागवत द्वारा दिए गए कई ऐसे बयान है। जिन पर अगर अमली रूप से काम हो तो ज्यादा असर होगा।
जैसे उनका ये बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि मुसलमानों को इग्नोर करके मुल्क की तरक्की मुमकिन नहीं है या वो बयान जिसमें कहा था कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर नहीं तलाशना चाहिए। जो मुसलमानों के दिलों तक पहुंचे हैं ।