
संवाददाता
कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के छात्रों ने कानपुर जिला जेल के सहयोग से क्राफ्टिंग सेकंड चांसेज नामक एक पहल शुरू की है। इस अनूठी पहल का उद्देश्य जेल के कैदियों को हस्तशिल्प के माध्यम से अवसर प्रदान करना और उनके कौशल को विकसित कर उन्हें सशक्त बनाना है।
यह पहल एएनजे लेबल्स (अंजलि प्रोडक्शन) स्टार्टअप के तहत की गई है। इस परियोजना के अंतर्गत कैदियों द्वारा विभिन्न हस्तनिर्मित वस्तुएँ तैयार की जा रही हैं। इनमें जूड़ा, बुकमार्क्स, जूट के झोले, दिए और ब्रेसलेट शामिल हैं। इन वस्तुओं की बिक्री से प्राप्त धन का उपयोग कैदियों के उत्थान और उनके पुनर्वास के लिए किया जाएगा, जिससे उन्हें समाज की मुख्यधारा में लौटने में मदद मिल सके।
यह पहल विश्वविद्यालय के डीन, छात्र कल्याण प्रो. अंशु यादव के मार्गदर्शन में संपन्न हुई। कानपुर जिला जेल के जेलर अनिल कुमार पांडे और जेल अधीक्षक डॉ. बी.डी. पांडे ने भी इसमें महत्वपूर्ण सहयोग दिया।
आयुर्वेदाचार्य डॉ. वंदना पाठक मुख्य अतिथि के रूप में प्रदर्शनी में उपस्थित रहीं और उन्होंने छात्रों के प्रयासों की सराहना की।
एएनजे लेबल्स स्टार्टअप को अभिषेक यादव, सचेंद्र सिंह, नेहा पोरवाल, रोहित सिंह राजपूत, अनुष्का द्विवेदी, इंद्रेश तिवारी और ओम शुक्ला सहित विश्वविद्यालय के छात्रों ने समाज के उत्थान के उद्देश्य से बनाया है।
इस पहल के तहत बनाए गए हस्तशिल्प को स्कूल ऑफ बिज़नेस मैनेजमेंट के वार्षिक उत्सव संकर्षण में प्रदर्शित किया गया, जहाँ दर्शकों ने कैदियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों की खूब प्रशंसा की।