December 22, 2024

कानपुर। आज पूरे ‌देश भर में ‘विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस’ मनाया जाता है। मनोरोग विशेषज्ञों की माने तो हर साल आत्महत्या करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। हर साल दुनिया भर में 8 लाख से ज्यादा लोग मौत को गले लगा रहे हैं। इसमें हर साल बढ़ोतरी देखने को मिल रही हैं। एनसीआरबी के रिपोर्ट के मुताबिक ये आंकड़े दिए गए हैं।कानपुर मेडिकल कॉलेज के मनोरोग चिकित्सक डॉ. धनंजय चौधरी ने बताया कि खुदकुशी करने वालों में सबसे ज्यादा 15 से 30 साल के लोग शामिल है। पूरे भारत वर्ष में 2022 वर्ष में 1.70 लाख लोगों ने खुदकुशी की थी।उन्होंने बताया कि इसमें हर साल 2 से 5 प्रतिशत के बीच की वृद्धि देखने को मिल रही है। इसके पीछे का जो कारण है वो सबसे ज्यादा है मानसिक तनाव। लगभग 31484 लोगों ने मानसिक तनाव के कारण ऐसा कदम उठाया है। वहीं, पारिवारिक समस्या के कारण 54127 लोगों ने खुदकुशी की है। इसके अलावा 11634 लोगों ने नशे के कारण खुदकुशी की। अन्य शेष लोगों के कारण अलग-अलग थे, जैसे कि अकेलापन आदि।डॉ. चौधरी ने बताया कि यदि आप किसी तनाव से ग्रस्ति वाले व्यक्ति के पास बैठे तो हमेशा उससे पॉजिटिव बातें ही करें। उसके सामने किसी भी प्रकार की समस्या को कुरेदें नहीं। उसे अहसास दिलाए कि वो अच्छा काम कर सकता है। कुल मिलाकर  उसकी प्रवृत्ति को बदलना होगा।