
संवाददाता
कानपुर। फिलॉसफी लॉजिक, एथिक्स, सौंदर्यशास्त्र, तत्व और ज्ञान मीमांसा का मिला-जुला रूप है। वर्तमान में यह विषय अपनी पारंपरिक शाखाओं से कहीं आगे बढ़कर क्वांटम फिजिक्स फिलॉसफी, एनालिटिकल फिलॉसफी, कलाशास्त्र दर्शन, बायोमेडिकल एथिक्स, बिजनेस एथिक्स, इनवायार्नमेंटल एथिक्स जैसी नई शाखाओं में विकसित हो रहा है।
इसी को देखते हुए छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर में भी बीए ऑनर्स फिलॉसफी के कोर्स की शुरुआत की जा रही हैं। अब यहां पर भी छात्र-छात्राएं फिलॉसफी में अपना भविष्य बना सकेंगे।
बीए ऑनर्स फिलॉसफी का कोर्स 3 साल का है। इसकी एक वर्ष की फीस 19,200 रुपए है। इस कोर्स को करने के बाद छात्र कई क्षेत्रों में अपना भविष्य बना सकते हैं। आने वाले समय में फिलॉसफी की मांग काफी बढ़ने वाली हैं।
शिक्षण में करियर बनाने के लिए स्कूल, कॉलेज, प्रबंधन संस्थान, सेंट्रल यूनिवर्सिटीज व आईआईटी में अध्यापन के बहुत अवसर मौजूद हैं। इसके अलावा पब्लिक सेक्टर में करियर बना सकते हैं। पब्लिक सेक्टर में संभावित करियर में सिविल सेवाएं, सरकार, स्वास्थ्य सेवाएं, पुलिस बल और सशस्त्र बल में इसकी भूमिकाएं शामिल हैं।
फिलॉसफी में पीएचडी के बाद यूनेस्को जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ भी काम किया जा सकता है। आवेदकों के विचारों एवं व्यवहार की गहराई को समझने के लिए बहुराष्ट्रीय कम्पनियां फिलॉसफी विशेषज्ञों की सेवाएं लेती हैं। लाइफ स्किल ट्रेनर के तौर पर फिलॉसफी के छात्रों की अत्यधिक मांग है।
फिलॉसफी के अध्ययन से प्राप्त दृष्टिकोण के साथ इसके छात्र रिलेशनशिप काउंसलर, स्प्रिचुअल काउंसलर या लाइफ मैनेजमेंट काउंसलर के तौर पर भी करियर बना सकते हैं।
सभी प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कम्पनियां अपने बोर्ड में फिलॉसफी की गहरी समझ रखने वाले व्यक्तियों को विशिष्ट सलाहकार या बिजनेस एथिक्स एडवाइजर के रूप में जगह देती हैं।