
संवाददाता
कानपुर। सिविल लाइंस के बैठक रेस्टोरेंट में मारपीट के मामले में ग्वालटोली थाने की पुलिस ने अब दूसरी एफआईआर भी दर्ज कर ली है। हेड कांस्टेबल की तहरीर पर लोकसेवक से मारपीट और सरकारी काम में बाधा समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। अब इस मामले में भी सभी की कोर्ट से रिमांड ली जाएगी। अगर आरोपी जमानत पर बाहर आ जाएँगे तो अरेस्ट करके दोबारा जेल भेजा जाएगा। मामले को दबाने वाली पुलिस की जब फजीहत हुई तो अगले दिन डीसीपी के आदेश पर आनन-फानन में यह एक्शन लिया गया है।
कानपुर के सिविल लाइंस में होटल बैठक है। बीते शनिवार रात को आदित्य त्रिपाठी और पीयूष जायसवाल ने बर्थडे सेलीब्रेशन के लिए होटल के दो कमरे बुक किए थे। देर रात होटल के बिल को लेकर कर्मचारियों से विवाद हो गया। इसके बाद आदित्य और पीयूष की बर्थडे पार्टी में शामिल हुए 8 से 10 दोस्तों ने होटल में जमकर बवाल काटा। कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, होटल में तोड़फोड़ कर दी, और ग्वालटोली थाने की पुलिस पहुंची तो उससे भी अभद्रता शुरू कर दी थी। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
इस वजह से ग्वालटोली थाने में तैनात हेड कांस्टेबल फिरोज अहमद की तहरीर पर सोमवार रात को आरोपियों के खिलाफ एक और रिपोर्ट दर्ज की गई। फिरोज अहमद ने बताया कि मौके पर वह फोर्स के साथ पहुंचे तो दबंगों ने उनसे भी अभद्रता और धक्का-मुक्की शुरू कर दी थी। इसी बात पर उन्होंने ग्वालटोली थाने में तहरीर देकर मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि कांस्टेबल फिरोज अहमद की शिकायत पर निहाल, प्रभाकर, कुशाग्र गुप्ता, प्रद्युम्न, नितिन गुप्ता, कुनाल वर्मा के खिलाफ बलवा, सरकारी काम में बाधा, लोकसेवक पर हमला, धमकाना समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें मजबूत साक्ष्य के रूप में एक वीडियो भी सामने आया है। इसे भी जांच में शामिल किया गया है।