कानपुर। हजार करोड वाली नजूल की जमीन कब्जाकाण्ड के बाद हुए अरबों की सम्पत्ति वाली चर्चित एपी फैनी जमीन कब्जाकांड में पुलिस ने मुख्य सूत्रधार सलीम बिरयानी को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। 1000 करोड़ से ज्यादा की मिशनरी संपत्ति का केयर टेकर बनकर सलीम जमीनों की खरीद-फरोख्त कर रहा था। दो जमीनों के सेल डीड में गवाह है और खुद 400 गज की जमीन को लीज पर लिया था। सलीम ने पूछताछ में कई बड़े नामों का खुलासा किया है। पुलिस जल्द ही अन्य आरोपियों की भी अरेस्टिंग करेगी। शहर की प्राइम लोकेशन चुन्नीगंज स्थित मिशनरी की संपत्ति (एपी फैनी) करीब 30 बीघा जमीन पर कब्जा करके प्लॉटिंग करके बेचने के मामले में लेखपाल ने 3 सितंबर 2024 को कर्नलगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें रेव. जॉनसन टी जॉन, अनिल कुमार, अर्पित मिश्र, दीपक कुमार और दुर्योधन कुमार के खिलाफ नामजद और अज्ञात के एफआईआर दर्ज हुई थी। इन पर आरोप है कि मिशनरी की संपत्ति एपी फैनी कम्पाउंड को फर्जी दस्तावेज बनाकर खरीद फरोख्त की थी। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने एफआईआर के बाद जमीन पर कब्जा करके अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त का खुलासा करने के लिए डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी की अध्यक्षता में एक एसआईटी का भी गठन किया था। एसआईटी ने 1000 करोड़ के जमीन कब्जा करके बेचने की कोशिश के मामले में गुरुवार को पहली गिरफ्तारी सलीम बिरयानी की कर ली है। कर्नलगंज इंस्पेक्टर रविन्द्र श्रीवास्तव और बेकनगंज एसओ ने फोर्स के साथ छापेमारी कर तलाक महल के पास से अरेस्ट कर लिया। जांच में सामने आया कि सलीम बिरयानी इस जमीन का केयर टेकर था। उसे पूरी जानकारी थी कि मिशनरी की संपत्ति को बेचा नहीं जा सकता है। इसके बाद भी वह बिक्री किए गए दो जमीनों की रजिस्ट्री में गवाह है। इसके साथ ही खुद अपने नाम पर भी 400 गज का एक प्लॉट लीज पर लिया था। पूछताछ के दौरान एपी फैनी परिसर में रहने वाले लोगों ने बताया कि सलीम ने ही पूरी संपत्ति पर माफियाओं के साथ कब्जा कर रखा था। पर्दे के पीछे शामिल अन्य लोगों के साथ मिलकर जमीन की खरीद-फरोख्त कर रहा था। ईपी फैनी की जमीन पर कब्जे की जांच में सामने आया कि यह नजूल की भूमि है। जिला प्रशासन ने इसे अब अपने कब्जे में ले लिया है। डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि एपी फैनी जमीन कब्जा करके बेचने में मामले में पहली अरेस्टिंग सलीम बिरयानी की कर ली गई है। सलीम जमीन की खरीद-फरोख्त में शामिल था। दो रजिस्ट्रियों में सलीम गवाह भी है। पूछताछ में सलीम ने बताया कि मिशनरी की 1000 करोड़ की संपत्ति के कब्जाकांड में उसे तो सिर्फ मोहरे की तरह इस्तेमाल किया गया है। इसके पीछे कई बड़े नाम शामिल हैं। पूछताछ में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं एसआईटी उन सभी के खिलाफ साक्ष्य जुटाने का काम कर रही है। साक्ष्य मिलते ही अन्य आरोपियों की भी अरेस्टिंग की जाएगी। डीसीपी ने बताया कि एपी फैनी परिसर में जमीन खरीदने के मामले में 10 से 12 लोगों के नाम सामने आए हैं। अगर इन लोगों के साथ धोखा करके मिशनरी की जमीन बेची गई है तो किस व्यक्ति से खरीदी उसके खिलाफ तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराएं। अगर एफआईआर नहीं दर्ज कराते हैं तो इन सभी के खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज करके जेल भेजेगी। क्यों कि कीमती जमीनों को इन सभी ने कौड़ियों के भाव खरीदा है।