
आज़ाद संवाददाता
लखनऊ/कानपुर। लीग के आखिरी मैच के दौरान लय में आए लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तापन ऋषभ पंत की शानदार शतकीय पारी और मिशेल मार्श के शानदार प्रदर्शन की बदौलत मेजबान टीम ने मंगलवार को यहां आईपीएल मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ तीन विकेट पर 227 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। पंत (नाबाद 118, 61 गेंद, 11 चौके, 8 छक्के) और मार्श (67, 37 गेंद) ने दूसरे विकेट के लिए 152 रन की शानदार साझेदारी की। सुपर जायंट्स ने बेहतरीन पिच और आरसीबी की कुछ खराब गेंदबाजी का पूरा फायदा उठाया। इस पूरे सत्र में पंत अपनी लय हासिल करने में संघर्ष करते रहे और मात्र 107 रन ही बना सके। कप्तान के बल्ले से निराशाजनक प्रदर्शन ने लखनऊ की टीम की किस्मत पर गहरा असर डाला। लेकिन पंत ने उस रात पूरी कहानी लिख दी और गेंद को जरूरी ताकत से मारा। उनका स्ट्राइक रेट 200 के आसपास रहा। एक बार जब उन्होंने गेंद को ओवर हिट करना बंद कर दिया तो पंत की बल्लेबाजी में टाइमिंग अपने आप लौट आई। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने चौथे ओवर में यश दयाल को 18 रन पर आउट करके तूफानी शुरुआत की, जिसमें 6, 4, 4 का क्रम शामिल था। पंत का आत्मविश्वास उस समय बढ़ता गया और इसका असर उनके जोड़ीदार मार्श पर भी पड़ा। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने थोड़ी धीमी शुरुआत की और अपनी पहली 16 गेंदों पर 19 रन बनाए, लेकिन इसके बाद ‘बिसन’ ने रोमारियो शेफर्ड की गेंद पर छक्का लगाकर अपनी बल्लेबाजी को एक अलग स्तर पर पहुंचा दिया। पंत ने जल्द ही 29 गेंदों पर अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया, जिसमें उन्होंने लेग स्पिनर सुयश शर्मा की गेंद पर लगातार दो चौके लगाए। मार्श, जिन्होंने एक दशक में अपने सर्वश्रेष्ठ आईपीएल सीजन में 600 रन पूरे किए, उन्होंने सुयश की गेंद पर छक्का लगाकर 31 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। हालांकि, मार्श आगे नहीं बढ़ पाए और भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर स्टंपर जितेश शर्मा को कैच थमा बैठे, जो एक बार फिर स्टैंड-इन कप्तान के रूप में खड़े हुए, क्योंकि रजत पाटीदार को इम्पैक्ट सब के रूप में इस्तेमाल किया गया। लेकिन पंत पर इसका ज्यादा असर नहीं हुआ और उन्होंने भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर चौका लगाकर 54 गेंदों में सीजन का अपना पहला और सात साल में दूसरा शतक पूरा किया। यह एक खास तरीका था, जिसमें ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद को कवर के ऊपर से चौका लगाकर एक मील का पत्थर हासिल किया गया। पंत ने भी शानदार अंदाज में जश्न मनाया – एक मुस्कराते हुए अंदाज के बाद एक कलाबाजी। यह पंत का सर्वोत्कृष्ट शॉट था, जिसने एक पारी में उनकी सभी अजीबोगरीब हरकतों को दर्शाया, जिसमें वे आम तौर पर बल्लेबाजी के पारंपरिक तरीकों से चिपके रहते थे, क्योंकि बाद में उन्होंने निकोलस पूरन के साथ तीसरे विकेट के लिए 49 रन जोड़े।