October 18, 2024

कानपुर। दशहरे का त्यौहार भगवान राम का रावण पर विजय के साथ समाप्त हुआ , जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। शहर में रावण का दहन देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग विभिन्न मैदानों में उमड़े। शहर में 100 से अधिक स्थानों पर जश्न मनाया गया, वहीं परेड ग्राउंड में रावण का सबसे ऊंचा पुतला जलाया गया। असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक विजयदशमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शहर में परेड समेत कई जगह पर दशहरा रामलीला में रावण वध होने पर पुतला दहन किया गया। वहीं शहर की सबसे प्रसिद्ध रामलीला सोसाईटी की ओर से पूर्व से ही आयोजित किए जा रहे लेजर शो का भी लुत्फग लोगों ने उठाया। हालांकि इस बार के आधुनिक लेजर शो के प्रदर्शन ने लोगों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। लगभग 10 मि‍नटों तक आसमान में बिना पर्दे के ही चली लेजर फिल्मो में बहुत कुछ दिखाया गया जिससे लोगों को आतिशबाजी भी थोडी फीकी सी लगी। बुराई का प्रतीक रावण का अंत होते ही आसमान में सतरंगी आतिशबाजी की छटा बिखर गई और जय श्रीराम के उद्घोष गुंजायमान होते रहे। विजयदशमी पर श्रीराम द्वारा रावण वध के मंचन के बाद पुतला दहन किया गया। मेले में आए लोगों ने रावण दहन के साथ सतरंगी आतिशबाजी का लुत्फ उठाया। दशहरा मेला में शाम से लेकर देर रात भीड़ रही।

देर शाम शुरु हुई लीला में भगवान श्रीराम ने आततायी रावण का अंत किया तो जय श्रीराम से माहौल गूंज उठा। इसके बाद रामलीला के श्रीराम के हाथों रावण पुतला दहन किया गया। रावण पुतले में आग लगते ही आसमान सतरंगी रोशनी से सराबोर हो गया।वहीं बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व पर मैदान ही नही लोगों ने रावण के पुतले भी अपने घरों और अपार्टमेंट के बाहर जलाए । जिला प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए रामलीला मैदान और शहर के अन्य स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया था। रावण दहन के लिए हजारों की संख्या में लोग एकत्र हुए। इसी तरह मोतीझील स्थित मैदान में रावण दहन किया गया, यहां मेले में लोगों की भीड़ देर रात तक उमड़ती रही। शास्त्री नगर सेंट्रल पार्क, कल्याणपुर मां आशा देवी मंदिर, आइआइटी नानकारी, अर्मापुर स्टेट, मंधना, चकेरी और किदवई नगर में रावण पुतला दहन हुआ। इन सभी स्थानों पर मेले में देर रात तक भीड़ के आने-जाने का सिलसिला चलता रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *