August 8, 2025

संवाददाता

कानपुर।  रेल सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। उत्तर मध्य रेलवे के 790  किलोमीटर मार्गों पर मॉडर्न कवच प्रणाली लगाने के लिए 309.26 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है।
यह मंजूरी वर्ष 2024-25 के वर्क्स, मशीनरी और रोलिंग स्टॉक प्रोग्राम के अंतर्गत दी गई है। यह 27,693 करोड़ रुपए के अंब्रेला कार्य का हिस्सा है। इस अंब्रेला कार्य का शीर्षक है भारतीय रेलवे के शेष मार्गों पर कवच तथा संचार बैकबोन हेतु लॉन्ग टर्म एवोल्यूशन की व्यवस्था।
उत्तर मध्य रेलवे के लिए इस अंब्रेला कार्य के अंतर्गत 540 करोड़ रुपए का सब-अंब्रेला कार्य स्वीकृत किया गया है। इसमें से 309.26 करोड़ रुपये की लागत से कवच प्रणाली के लिए मदवार कार्य को मंजूरी मिली है।
इस प्रणाली को प्रयागराज मंडल के शिकोहाबाद-फर्रुखाबाद खंड में 103.58 किमी पर लगाया जाएगा। आगरा मंडल के धौलपुर-सर्मथुरा में 70 किमी और भांडई-उदईमोड़ 113 किमी  पर भी यह प्रणाली स्थापित की जाएगी। 

झाँसी मंडल के ललितपुर-खजुराहो के 164 किमी, बिरलानगर-उदईमोड़ पर 102 किमी, खजुराहो-महोबा पर 64 किमी और अन्य कई खंडों पर भी यह प्रणाली लगाई जाएगी।
रेलवे अगले 6 वर्षों में देशभर के प्रमुख रेलमार्गों पर कवच 4.0 को लागू करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। अब तक 30,000 से अधिक रेलवे कर्मियों को कवच प्रणाली का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। रेलवे हर साल सुरक्षा गतिविधियों पर 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक निवेश कर रहा है। कवच प्रणाली इस दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।
उत्तर मध्य रेलवे के 790 किलोमीटर मार्गों पर कवच प्रणाली के क्रियान्वयन हेतु 309.26 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है, जो रेल सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
यह कार्य रेलवे बोर्ड द्वारा स्वीकृत 27,693 करोड़ के अंब्रेला प्रोजेक्ट के अंतर्गत किया जाएगा, जिसमें एनसीआर के लिए 540 करोड़ का उप-अंब्रेला कार्य निर्धारित किया गया है। यह स्वीकृति प्रयागराज, झाँसी और आगरा मंडलों के कुल 14 रेल खंडों में कवच प्रणाली लागू करने हेतु प्राप्त हुई है।