July 30, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। सिविल लाइंस स्थित एक हजार करोड़ रुपए की जमीन कब्जाने के प्रयास के मामले के मास्टर माइंड हरेन्द्र मसीह की सम्पत्ति जब्तिकरण के लिए थोड़ा वक्त लग सकता है। झांसी में आरोपी हरेन्द्र मसीह की सम्पत्ति को कब्जाने के लिए पुलिस टीम तैयार है। झांसी के डीएम की हरी झंडी मिलने के साथ ही पुलिस टीम यहां से रवाना होकर वहां पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करके सम्पत्ति का जब्तिकरण करेगी।

सिविल लाइंस स्थित नजूल की एक हजार करोड़ रुपये कीमत की जमीन कब्जाने के प्रयास में पुलिस ने प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को जेल भेजा था। इस मामले में पिछले 28 जुलाई 2024 को लेखपाल विपिन कुमार ने नजूल की जमीन पर कब्जेदारी का आरोप लगाते हुए अवनीश दीक्षित समेत 13 लोगों पर  नामजद व 20 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

इसी मामले में सैमुअल गुरुदेव की ओर से भी 12 लोगों को नामजद करते हुए गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसके बाद पुलिस ने अवनीश दीक्षित को गैंग लीडर बनाते हुए गैंगस्टर एक्ट के तहत कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी, अवनीश के गैंग को इंटर रेंज गैंग बनाकर पंजीकृत किया गया था। कुछ समय पूर्व पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत अवनीश दीक्षित का 2.48 करोड़ रुपए का घर जब्त किया था। इसी कड़ी में  जब्तिकरण की कार्रवाई हरेन्द्र मसीह पर होनी है।

झांसी में पुलिस कमिश्नरेट नहीं है। लिहाजा वहां पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के अधिकार अभी भी डीएम के पास सुरक्षित है। लिहाजा यहां से कोतवाली पुलिस ने डीएम के जरिए कार्रवाई के लिए वहां के डीएम को पत्र भिजवाया है। इंस्पेक्टर कोतवाली जेपी पाण्डेय के मुताबिक वहां पर डीएम जब्तिकरण की कार्रवाई के लिए एक मजिस्ट्रेट को नामित करेंगे। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस टीम जाकर सम्पत्ति की जब्तिकरण करेगी। पुलिस को हरेन्द्र की वहां पर 8 करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति जब्त करनी है।