October 23, 2024

कानपुर। एसीपी बाबूपुरवा के पेशकार को घूस मांगने पर उसको गिरफ्तार कराने वाले दिव्यांग युवक की मां और भाई को हत्या के प्रयास के मामले में पुलिस ने जेल भेज दिया है। दिव्यांग ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने पेशकार को जेल भिजवाने की खुन्नस में साजिश रचकर ऐसा किया है। पीड़ित परिवार ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर से मिलकर दी है।जूही लाल कॉलोनी अंबेडकरनगर के रहने वाले एक पैर से दिव्यांग रिंकू पासवान ने कानपुर की किदवईनगर पुलिस पर आरोप लगाया। उनका कहना है कि घूस मांगने पर उन्होंने एसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ यादव के पेशकार हेड कांस्टेबल शहनवाज खान को विजिलेंस से अरेस्ट करवाकर जेल भिजवा दिया था। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने एसीपी को भी हटा दिया। इससे झल्लाए पुलिस महकमा ने साजिश करते हुए आरोपी पक्ष से साठगांठ की।इसके बाद मेरे मुकदमे के आरोपियों ने मारपीट की। पुलिस ने मेरी बहन आशा, पड़ोसी राजेश, 20 साल के राहुल, 13 साल के नाबालिग प्रिंस, छोटे भाई मोनू और राम जानकी के खिलाफ हत्या के प्रयास की एफआईआर दर्ज की। 65 साल की बुजुर्ग मां और छोटे भाई मोनू को अरेस्ट करके जेल भेज दिया।दूसरे पक्ष का मारपीट करते वीडियो आया सामनेरिंकू ने मामले में एक वीडियो और सीसीटीवी भी दिखाया है। उनका कहना है कि मेरे और परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने वाले खुद मेरी मां के साथ मारपीट करते हुए वीडियो में कैद हुए हैं। दोनों पक्षों से मारपीट हुई तो मुकदमा सिर्फ एक पक्ष पर क्यों लिखा गया। मारपीट के सारे साक्ष्य होने के बाद भी पुलिस ने मेरी नहीं सुनी।एसीपी बाबूपुरवा अंजली विश्वकर्मा ने बताया कि गोविंद नगर में आए दिन दोनों पक्षों में मारपीट हो रही थी। युवक के सिर पर चोट लगी थी। इस वजह से मामले में एफआईआर दर्ज करके आरोपियों को जेल भेजा गया है। भले ही वह पहले मुकदमे का वादी व दिव्यांग है, लेकिन उसकी भी बराबर की गलती है। इस वजह से मामले में एक्शन लिया गया है।जूही लाल कॉलोनी अंबेडकरनगर निवासी एक पैर से दिव्यांग रिंकू पासवान का पड़ोस में रहने वाले एक ही परिवार के मोना कश्यप, श्रीबल, राजा कश्यप और समीर से मारपीट हुई थी। रिंकू ने इन सभी के खिलाफ किदवई नगर थाने में 15 जुलाई, 2024 को एससी/एसटी समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी।एससी/एसटी का केस होने के चलते मामले की जांच तत्कालीन एसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ यादव कर रहे थे। एसीपी का पेशकार हेड कांस्टेबल शहनवाज खान ने मुकदमें में कार्रवाई के नाम पर 25 हजार रुपए मांगे थे, लेकिन 15 हजार में बात तय हुई थी। घूस मांगने से परेशान होकर रिंकू ने मामले की शिकायत विजलेंस में कर दी थी।विजलेंस ने बीते 10 सितंबर को एसीपी बाबूपुरवा के पेशकार शहनवाज खान को 15 हजार रुपए घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा और अरेस्ट करके जेल भेज दिया था।