कानपुर। हजार करोड़ से ज्यादा की कीमत वाली नजूल की जमीन कब्जाने के मामले में कोतवाली पुलिस ने बड़ा एक्शन लेते हुए 50-50 हजार के इनामी जितेश झा, हरेन्द्र मसीह और अली अब्बास को फरार घोषित कर दिया है। कोतवाली पुलिस ने तीनों के यहां मुनादी कराकर फरार घोषित करने के साथ ही कुर्की से पहले का यानी धारा-82 का नोटिस चस्पा किया है। जल्द ही तीनों की संपत्तियां कुर्क की जाएंगी। 28 जुलाई को मैरी एंड मेरीमैन कंपाउंड में कब्जा करने का प्रयास किया गया था। जिसमें लेखपाल विपिन और जमीन पर काबिज सैमुएल गुरुदेव सिंह की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की थी। इस प्रकरण में पुलिस पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित समेत ज्यादातर आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। घटना में मुख्य आरोपित हरेन्द्र मसीह, जितेश झा और अली अब्बास फरार हैं। कोतवाली पुलिस ने तीनों के खिलाफ कोर्ट से धारा 82 की कार्रवाई करने के आदेश ले लिए थे। कोतवाली इंस्पेक्टर संतोष शुक्ला ने बताया शनिवार को नवाब साहब का हाता फीलखाना में अली अब्बास के घर और ब्रह्मनगर गंगाघाट उन्नाव निवासी जितेश झा और झांसी निवासी हरेंद्र मसीह के घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया। इसके साथ ही मुनादी कराकर फरार घोषित कर दिया। अगर तीनों फरार आरोपी जल्द हाजिर नहीं हुए तो संपत्ति कुर्क की जाएगी। कोतवाली इंस्पेक्टर संतोष शुक्ला ने बताया कि तीनों की संपत्तियां कुर्क करने के हरेंद्र मसीह, जीतेश झा और अली अब्बास की संपत्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। झांसी में रहने वाले हरेंद्र की 2017 से पहले की रजिस्ट्रियां कम्प्यूटर पर नहीं हैं। हरेन्द्र ने ज्यादातर सम्पत्तियों की खरीद फरोख्त 2017 से पहले की है। रजिस्ट्री कार्यालय को पत्र सौंप सम्पत्तियों का ब्योरा मांगा गया है। इन सम्पत्तियों को चिन्हित कर धारा 83(कुर्की) का आदेश प्राप्त कर कार्रवाई की जाएगी।