April 17, 2025

आज़ाद संवाददाता 
कानपुर। स्वरूप नगर पुलिस ने भड़काऊ बयान देने पर बजरंग दल के नेता कृष्णा तिवारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। कृष्णा के बयान से शहर का  माहौल गर्म हो गया था, पुलिस अफसरों ने एक्शन लेकर माहौल को शांत किया था। इसके साथ ही देर रात एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने खुद सड़क पर उतरकर रूट मार्च किया। चारों जोनो में भी हजारों की संख्या में पुलिस बल ने सड़क पर उतरकर रूट मार्च करके पब्लिक को सुरक्षा का एहसास दिलाया।
स्वरूप नगर थाने में तैनात दरोगा विपिन कुमार की तहरीर पर खुद को बजरंगदल का महानगर प्रमुख बताने वाले कृष्णा तिवारी समेत 15 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। दरोगा की तहरीर के मुताबिक 18 मार्च को कृष्णा तिवारी ने अपने समर्थकों के साथ मोतीझील में शिवाजी प्रतिमा के पास औरंगजेब का पुतला दहन किया था। इसके साथ ही औरंगजेब की कब्र को लेकर भड़काऊ बयान दिया था। कृष्णा के भड़काऊ बयान से शहर का माहौल गर्म हो गया था। 

एलआईयू ने गोपनीय रिपोर्ट देते हुए बताया कि इस बयान से शहर में हिंसा भड़क सकती है। इसके बाद एलआईयू की रिपोर्ट को आधार बनाकर कृष्णा तिवारी, उसके साथी सुमित, अनिल, आलोक और 10 से 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की कोशिश समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसके बाद पुलिस ने कृष्णा तिवारी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।

शहर के गर्म माहौल को देखते हुए और गंगा मेला के पर्व के चलते एडिशनल सीपी हरीश चंदर खुद सड़क पर उतरे और शहर के हॉट स्पॉट यानी सेंसटिव इलाकों में भारी फोर्स के साथ पैदल गश्त किया। इसी तरह कानपुर के डीसीपी ईस्ट, वेस्ट, साउथ और सेंट्रल ने फोर्स के साथ अपने-अपने क्षेत्र के सेंसटिव इलाके में पैदल गश्त की।
एडिशनल डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर ने बताया कि कृष्णा तिवारी के संबंध में बजरंग दल के वरिष्ठ नेताओं से बात की गई तो सामने आया कि वह किसी भी पद पर नहीं है। उसका बजरंग दल से कोई सरोकार नहीं है। इस तरह के विवादित और भड़काऊ बयान देने वालों के खिलाफ बजरंग दल के पदाधिकारियों ने खुद भी कार्रवाई किये जाने की मांग की है। 

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