कानपुर। वीडियो कॉल कर उनका अश्लील मैसेज बनाने और उनसे वसूली करने वाले गिरोह जिसको सेक्स्टॉर्शन गैंग के नाम से पुलिस ने नई पहचान दी है उसके सरगना पति-पत्नी समेत अन्य लोगों को गिरफ्तार कर नए काण्ड का खुलासा किया गया है। गैंग के सदस्य चाइल्ड पोर्न से लेकर न्यूड वीडियो कॉलिंग के जरिए लोगों को जाल में फंसाते थे और ब्लैकमेल करते थे। जानकारी के मुताबिक गैंग के सदस्य अश्लील वीडियो बनाकर उगाही करने का काम किया करते हैं। मामले में दंपती समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पीड़ित को वीडियो भेजने के बाद कभी सीबीआई, तो कभी क्राइम ब्रांच का अफसर बन रुपये वसूलते थे।डीसीपी पश्चिम राजेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपियों की पहचान सचेंडी के गणेशपुर निवासी गजेंद्र उर्फ दशरथ, अनुज, बंदीपुरवा निवासी पंकज, फतेहपुर के थरियांव निवासी राहुल सिंह, गाजीपुर के भगवानपुर निवासी दीपक कुमार, रिंकू, इंद्रजीत, उसकी पत्नी संध्या, चंदन के रूप में हुई है।इनके पास से 14 मोबाइल, तीन बाइक, तीन एटीएम कार्ड, बैंक खातों में फ्रीज 34 हजार रुपये और 2840 रुपये बरामद किए हैं। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। वहीं खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया गया है।डीसीपी ने बताया कि दशरथ और अनुज लोगों का मोबाइल डाटा एकत्रित करते थे। एक बार में 20 से 25 नंबर संध्या और इंद्रजीत को देते थे। संध्या और गिरोह में शामिल अन्य महिलाएं अश्लील वीडियो कॉल करतीं थीं। इंद्रजीत व अन्य लोग इसकी रिकॉर्डिंग कर लेते थे। इसके बाद गैंग के राहुल सिंह, दीपक कुमार और रिंकू वीडियो भेजकर ब्लैकमेल करते थे। घबराए लोग इनके खाते में रुपये ट्रांसफर कर देते थे।आरोपियों ने बताया कि उन्होंने टीवी पर आने वाले जासूसी सीरियल से पुलिस की बोली-भाषा सीखी। ताकि फोन कर लोगों को अपने अरदब में ले सकें। आरोपियों ने बताया कि सेक्सटाॅर्शन के अलावा वे प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत आवास आवंटन कराने के नाम पर भी कई लोगों को ठग चुके हैं। सभी आरोपी अपने प्रोफाइल पर किसी न किसी पुलिस अधिकारी की फोटो लगाकर रखते थे।आरोपियों ने बताया कि उन्होंने एक फर्जी आईडी से वर्षा के नाम से केनरा बैंक छुटमलपुर सहारनपुर में खाता खोला था। इसमें ही लोगों से रकम मंगाते थे। खाते से रुपये निकालने के बाद आपस में बांट लेते थे। सभी के सिम मध्यप्रदेश या दिल्ली के थे। आरोपी संध्या ने बताया कि ठगी के इस काम में उसे पति इंद्रजीत लाया था। उसके गैंग में आधा दर्जन से ज्यादा महिलाएं और युवतियां हैं। उसने बताया कि चंगुल में कुछ ऐसे अधेड़ भी हैं, जिन्हें गिरोह में शामिल लड़कियां इमोशनल ब्लैकमेल कर रही हैं। कभी पापा, मम्मी की बीमारी के नाम पर रुपये ऐंठती हैं, तो कभी कहती हैं कि पापा ने देख लिया है बात करते।सेक्सटॉर्शन गैंग का पर्दाफाश कर एक महिला समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। जल्द ही गैंग के अन्य आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर। वीडियो कॉल कर उनका अश्लील मैसेज बनाने और उनसे वसूली करने वाले गिरोह जिसको सेक्स्टॉर्शन गैंग के नाम से पुलिस ने नई पहचान दी है उसके सरगना पति-पत्नी समेत अन्य लोगों को गिरफ्तार कर नए काण्ड का खुलासा किया गया है। गैंग के सदस्य चाइल्ड पोर्न से लेकर न्यूड वीडियो कॉलिंग के जरिए लोगों को जाल में फंसाते थे और ब्लैकमेल करते थे। जानकारी के मुताबिक गैंग के सदस्य अश्लील वीडियो बनाकर उगाही करने का काम किया करते हैं। मामले में दंपती समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पीड़ित को वीडियो भेजने के बाद कभी सीबीआई, तो कभी क्राइम ब्रांच का अफसर बन रुपये वसूलते थे।डीसीपी पश्चिम राजेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपियों की पहचान सचेंडी के गणेशपुर निवासी गजेंद्र उर्फ दशरथ, अनुज, बंदीपुरवा निवासी पंकज, फतेहपुर के थरियांव निवासी राहुल सिंह, गाजीपुर के भगवानपुर निवासी दीपक कुमार, रिंकू, इंद्रजीत, उसकी पत्नी संध्या, चंदन के रूप में हुई है।इनके पास से 14 मोबाइल, तीन बाइक, तीन एटीएम कार्ड, बैंक खातों में फ्रीज 34 हजार रुपये और 2840 रुपये बरामद किए हैं। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। वहीं खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया गया है।डीसीपी ने बताया कि दशरथ और अनुज लोगों का मोबाइल डाटा एकत्रित करते थे। एक बार में 20 से 25 नंबर संध्या और इंद्रजीत को देते थे। संध्या और गिरोह में शामिल अन्य महिलाएं अश्लील वीडियो कॉल करतीं थीं। इंद्रजीत व अन्य लोग इसकी रिकॉर्डिंग कर लेते थे। इसके बाद गैंग के राहुल सिंह, दीपक कुमार और रिंकू वीडियो भेजकर ब्लैकमेल करते थे। घबराए लोग इनके खाते में रुपये ट्रांसफर कर देते थे।आरोपियों ने बताया कि उन्होंने टीवी पर आने वाले जासूसी सीरियल से पुलिस की बोली-भाषा सीखी। ताकि फोन कर लोगों को अपने अरदब में ले सकें। आरोपियों ने बताया कि सेक्सटाॅर्शन के अलावा वे प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत आवास आवंटन कराने के नाम पर भी कई लोगों को ठग चुके हैं। सभी आरोपी अपने प्रोफाइल पर किसी न किसी पुलिस अधिकारी की फोटो लगाकर रखते थे।आरोपियों ने बताया कि उन्होंने एक फर्जी आईडी से वर्षा के नाम से केनरा बैंक छुटमलपुर सहारनपुर में खाता खोला था। इसमें ही लोगों से रकम मंगाते थे। खाते से रुपये निकालने के बाद आपस में बांट लेते थे। सभी के सिम मध्यप्रदेश या दिल्ली के थे। आरोपी संध्या ने बताया कि ठगी के इस काम में उसे पति इंद्रजीत लाया था। उसके गैंग में आधा दर्जन से ज्यादा महिलाएं और युवतियां हैं। उसने बताया कि चंगुल में कुछ ऐसे अधेड़ भी हैं, जिन्हें गिरोह में शामिल लड़कियां इमोशनल ब्लैकमेल कर रही हैं। कभी पापा, मम्मी की बीमारी के नाम पर रुपये ऐंठती हैं, तो कभी कहती हैं कि पापा ने देख लिया है बात करते।सेक्सटॉर्शन गैंग का पर्दाफाश कर एक महिला समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। जल्द ही गैंग के अन्य आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी।