November 23, 2024

कानपुर। कानपुर के साकेत नगर स्थित एक जमीन को खाली कराने के लिए पहुंचे कानपुर विकास प्राधिकरण के दस्ते को जनता का भारी विरोध झेलना पड गया। सर्वोच्च न्यायालय का आदेश लेकर भारी पुलिस फोर्स और बुलडोजर के साथ केडीए की टीम पहुंची लेकिन स्थानीय जनता के भारी विरोध के चलते बैरंग वापस लौटना पड गया। स्थानीय लोगों ने केडीए के बुलडोजर के सामने खड़े होकर पार्क के रूप में लंबे समय से पड़ी जमीन पर किसी भी कीमत पर बुलडोजर ना चलने की हिदायत देकर हंगामा कर दिया, लोगों का कहना था कि पार्क में 30 से 40 साल पुराने पेड़ सैकड़ों की संख्या में लगे हुए हैं, जिसे किसी भी कीमत पर उजाड़ने नहीं दिया जाएगा। कानपुर विकास प्राधिकरण के द्वारा जवाहर विद्या समिति को भूखंड संख्या 70 ब्लॉक व योजना जूही कला की रजिस्ट्री 1984 में की गई थी, तब से लेकर आज तक केडीए ने इस जमीन को जवाहर विद्या समिति को कब्जा नहीं कराया। जिसके बाद आवंटी ने पूरे मामले की शिकायत उपभोक्ता फोरम में की जिसमें आवंटी के पक्ष में निर्णय सुनाया गया। फैसले के बाद भी केडीए ने आवंटी को कब्जा नहीं दिलाया, जिस पर आवंटी के द्वारा उपभोक्ता फोरम के आदेश का पालन ना कराने पर मामले को लेकर आवंटी पहले हाईकोर्ट और फिर सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। जिसमें सर्वोच्च न्यायालय ने चार हफ्ते के भीतर आवंटी को कब्जा दिलाने का आदेश दिया था। वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आज कानपुर विकास प्राधिकरण के सचिव अभय कुमार पाण्डेय, केडीए ओएसडी सत शुक्ला, भारी पुलिसबल और बुलडोजर लेकर कार्यवाही करने पहुंचे मगर केडीए की टीम को जनता के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा। केडीए की टीम को देखते ही स्थानीय लोग केडीए के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए बुलडोजर के सामने खड़े हो गए और किसी भी कीमत पर विवादित जमीन पर बने पार्क को उजाड़ने से रोक दिया। वहीं केडीए सचिव अभय कुमार पाण्डेय ने बताया की  सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उनकी टीम जमीन को खाली कराने और आवंटी को कब्जा दिलाने आई थी मगर जनता का आक्रोश देखते हुए कार्यवाही नहीं की जा सकी है। दोनों पक्षों से बात चीत की जा रही है। पूरे मामले में बीच का रास्ता निकाला जाएगा।