आ. स. संवाददाता
कानपुर। हरबंश मोहाल क्षेत्र में बीते दिनो रविवार को मेट्रो निर्माण कार्य के दौरान जिस मकान की फर्श धंस गयी थी उसी मकान की दीवार बुधवार को पूरी तरह से ढह गयी जिससे एक बार फिर से हंगामा खड़ा हो गया। क्षेत्रीय पार्षद के साथ नागरिकों ने मेट्रो प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बीच सडक पर धरना देकर अपना विरोध प्रकट किया। दरअसल, तीन दिन पूर्व जिस मकान नंबर 62/75 की फर्श धंसने के बाद 20 फीट गहरा गड्ढा हो गया था, बुधवार को बारिश के बाद उसकी दीवार भी ढह गई। दीवार गिरने की घटना के बाद मकान के बाहर बनी दुकान भी क्षतिग्रस्त हो गई।. इस घटना के बाद आसपास के मकानों में रहने वाले लोग दहशत में आ गए और अपने मकानों से बाहर निकल आए। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगल बगल के मकानों में भी दरारें आ गई हैं, जिसकी वजह से वह सभी लोग दहशत के साए में जी रहे हैं। इस घटना के बाद मौके पर पार्षद कौशिश बाजपेयी भी धरने पर बैठ गए.। हंगामे की सूचना पाकर मेट्रो के अधिकारी से लेकर पुलिस फोर्स भी पहुंच गई। पार्षद कौशिक बाजपेयी के साथ धरने पर बैठे स्थानीय लोगों ने बताया कि मेट्रो की टनल खुदाई के समय से ही यहां के मकानो में समस्या आने लगी थी। उस समय भी कई मकानों में दरार आयी थी लेकिन जब मेट्रो के अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई तो उन्होंने मरम्मत में खानापूरी कर दी और फिर कोई झांकने नहीं आया। पार्षद ने बताया कि तीन दिन पहले मकान की फर्श 20 फीट तक धंस गई थी, जिसमें एक शख्स बमुश्किल बच पाया।. सूचना पर हरबंश मोहाल थाने की फोर्स के साथ मेट्रो के अधिकारी भी यहां पर पहुंच गए। यहां पर धरने पर बैठै पार्षद कौशिक बाजपेयी का कहना है कि मेट्रो के अधिकारियों ने यहां पर लापरवाही पूर्वक टनलिंग की है, जिसकी वजह से 40 मकानों पर खतरे का साया मंडरा रहा है, जो मकान क्षतिग्रस्त हुआ है, उसके आसपास अन्य मकानों की दीवारें भी दरक रही हैं। मेट्रो के अधिकारी सिर्फ यहां पर कंक्रीट की फिलिंग करा रहे हैं जबकि लोगों की ग्रहस्थी का भी काफी नुकसान हो चुका है। स्थानीय लोग अपने घरों में रहने में डर महसूस कर रहे हैं। आरोप है कि मेट्रो के अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। वहीं, मौके पर मौजूद यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एडिशनल चीफ इंजीनियर ब्रजेश वर्मा का कहना है कि तीन महीने पहले ही मेट्रो की टनलिंग का काम पूरा हो चुका है। इस घटना का टनल के निर्माण से किसी प्रकार का संबंध ही नहीं है। उन्होंने आशंका जताई कि जिस मकान की दीवार दरकी है, उसके नीचे कोई खाली जगह हो सकती है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच करायी जा रही है, शाम तक इसका पता लग जाएगा, प्रभावित लोगों का सेटलमेंट कराया जा रहा है। टेस्टिंग के दौरान जो बात सामने आएगी, उसी अनुसार एक्शन लिया जाएगा।