August 11, 2025

संवाददाता
कानपुर।
रक्षाबंधन के त्योहार पर घर से बाहर रह रहे लोग अपने घर जा रहे थे। बस अड्डों पर जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। कानपुर के झकरकट्टी बस अड्डे पर भी घर जाने वालों की खूब भीड़ लगी ।
सरकार ने अतिरिक्त बसें चलाई, लेकिन फिर भी यात्रियों को बस में जगह नहीं मिली। चढ़ने के लिए लोग धक्का-मुक्की करते रहे। महिला और बच्चों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। गेट से नहीं घुस पाए, तो खिड़कियों का सहारा लिया गया। लोग अपने बच्चों को खिड़की से अंदर बिठा रहे थे।
झकरकट्टी बस अड्डे पर कल शाम से ही लोगों का पहुंचना शुरू हुआ। खासतौर से रायबरेली, इलाहाबाद, फतेहपुर रूट पर जाने वाले अधिक यात्री पहुंच गए। शनिवार की सुबह से भीड़ अधिक बढ़ने लगी, ऐसे में अतिरिक्त बसों को रायबरेली, फतेहपुर रूट पर बढ़ाया गया। बस अड्डे पर लगातार बस होने के बावजूद भीड़ बढ़ी हुई नजर आई।

महिलाओं को बसों में घुसने में काफी दिक्कत हुई। महिलाएं ड्राइवर की सीट से चढ़कर बस में घुस रही थीं। बच्चों को खिड़की से अंदर बिठाया जा रहा था। वहीं, दूसरी तरफ बारिश की वजह से बस स्टैंड पर कीचड़ जमा था। पानी भरा हुआ था। भीड़ को देखते हुए वहां पर मिट्टी डाली गई।
बस स्टैंड के बाहर टाटमिल पर लोगों को जाम की समस्या से भी जूझना पड़ा। हालांकि टाटमिल से लेकर झकरकटी बस स्टैंड तक ट्रैफिक पुलिस के साथ ही पुलिस फोर्स लगाई गई थी, जो लगातार ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के प्रयास में जुटी रही।
यात्रियों की शिकायत है कि बस स्टैंड तक आने में ही काफी दिक्कत हुई। इतना जाम लगा कि निकलना ही मुश्किल था। जहां पहुंचने में 30 मिनट लगते, वहां डेढ़ घंटे में पहुंचे। रास्ते में कीचड़ भरा हुआ था। इसके बाद बसों में बैठने के लिए मारामारी थी। घंटों खड़ा होना पड़ रहा था। इतनी भीड़ थी कि यात्री बस में चढ़ भी नहीं पा रहे थे। कीचड़ की वजह से कपड़े भी खराब हो रहे थे। महिलाएं और बच्चे तो चढ़ ही नहीं पा रहे थे। इंतजार करना पड़ रहा था कि बस थोड़ी खाली आए तो उसमें बैठ जाए। लेकिन कोई बस ही नहीं मिल रही थी। 

रोडवेज एआरएम पंकज तिवारी ने बताया कि भीड़ बढ़ती देखकर हम लोग खुद यहां की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गए । यात्रियों को सुरक्षित तरीके से बसों में बैठाने का काम किया जा रहा था। कर्मचारियों को भी इसके लिए विशेष रूप से लगा दिया गया । ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों का लोड भी बस पर बढ़ गया, जिसकी वजह से बस स्टैंड और बस में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ गई ।

लगातार यात्रियों से भी अपील की जा रही है कि सुरक्षित यात्रा करें। व्यवस्थित रूप से ही बस के अंदर प्रवेश करें और बैठकर सफर करें। बसों की किसी भी तरह से कमी नहीं है।  व्यस्त रूटों पर अतिरिक्त बसों को लगा दिया गया है।