October 15, 2025

संवाददाता

कानपुर। थाना अनवरगंज क्षेत्र की लाटूश रोड चौकी के इंचार्ज उपनिरीक्षक राम ललक पर एक परिवार को प्रताड़ित करने, उनके धार्मिक विश्वासों के प्रति अभद्र टिप्पणी करने और एक युवक को गोली मारने की धमकी देने के गंभीर आरोप लगे हैं। 

आरोपों के मुताबिक, उपनिरीक्षक ने पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के प्रति जानबूझकर अत्यंत अपमानजनक टिप्पणियां कीं। घटना की विस्तृत शिकायत पुलिस आयुक्त के कार्यालय में दर्ज कराई गई है।
शिकायत के अनुसार, यह घटना 12 अक्टूबर, 2025 की रात लगभग 8:45 बजे की है। अनवरगंज निवासी आश्कारा बेगम ने बताया कि उनके दोनों बेटों के बीच हुई कहासुनी के दौरान उनके छोटे बेटे ने आत्महत्या करने की धमकी दे दी। इस आपात स्थिति में सहायता के लिए वह अपने परिवार के साथ थाना अनवरगंज पहुंचीं।
आश्कारा बेगम के मुताबिक थाने पर उनकी बात सुने बिना ही उन्हें चौकी लाटूश रोड ले जाया गया। आरोप है कि वहां उपनिरीक्षक राम ललक ने परिवार के सभी सदस्यों को चौकी के अंदर बंद कर दिया और उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए। इसके बाद उन्होंने बिना किसी सुनवाई के आश्कारा बेगम के छोटे बेटे को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।
शिकायत में सबसे चौंकाने वाला आरोप यह लगाया गया है कि उपनिरीक्षक ने न केवल अश्लील गालियां दीं, बल्कि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के प्रति जानबूझकर अत्यंत अपमानजनक टिप्पणियां कीं।
आश्कारा बेगम ने आगे बताया कि उपनिरीक्षक ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर निकालकर मेरे बेटे के सिर पर तान दी और कहा तू फांसी लगाकर क्यों मरेगा? मैं तुझे गोली मारकर अपना प्रमोशन लूंगा। तुम सारे सुअर हो… तुम्हारी पूरी कौम सुअरों की है… मुझे यहां तुम जैसों को ठिकाने लगाने के लिए ही भेजा गया है। 

उन्होंने कहा हम इस क्षेत्र में पिछले पचास सालों से मिश्रित आबादी के बीच एक खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। सभी लोगों के बीच स्नेह और प्रेम का भाव रहता है। इसके साथ ही, हम मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे महिला सशक्तीकरण अभियान से प्रेरित हैं। लेकिन इस घटना ने हमारे परिवार को गहरा मानसिक आघात पहुंचाया है।
उनका कहना है कि एक सरकारी अधिकारी द्वारा इस तरह की साम्प्रदायिक, अमानवीय और असंवैधानिक हरकतें नागरिकों के प्रति पुलिस की भूमिका पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती हैं।
आश्कारा बेगम ने पुलिस आयुक्त के कार्यालय में उपनिरीक्षक राम ललक के खिलाफ शिकायत की है और तत्काल उच्च-स्तरीय जांच कराने और दुर्व्यवहार, धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचाने, मानसिक प्रताड़ना तथा अवैध हिरासत के लिए कानून के तहत कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है।
वहीं, इस मामले में पुलिस आयुक्त ने अनवरगंज एसीपी को जांच का निर्देश दिया है। जांच के बाद दोषी पाए जाने पर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। 

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