February 4, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। गणतंत्र दिवस के मौके पर शहर भर में झंडारोहण कार्यक्रम मनाया जाएगा। भारतीय गणराज्य की स्थापना दिवस के मौके पर शहर के फूलबाग में सबसे ऊंचा 150 फीट का तिरंगा फहराया जाएगा। 

इसी फूलबाग में सन 1950 में संविधान लागू होने के बाद गांधी भवन में पहला झंडारोहण कर संविधान लागू होनेपर  20 फीट की ऊंचाई पर शान से तिरंगा फहराया गया था।
शहर कांग्रेस कमेटी के वयोवृद्ध नेता शंकर दत्त मिश्रा उन दिनों की यादें ताजा करते हुए बताते हैं कि आजादी के बाद सन 1950 में संविधान लागू होने के बाद देश को एक लोकतांत्रित गणराज्य घोषित किया गया था। देश में रहने वालों को उनका अधिकार दिया गया था।
संविधान लागू होने के मौके पर पूरे देश के साथ ही कानपुर में भी उत्सव जैसा माहौल था। उस दौर में कानपुर में 36 वार्ड हुआ करते थे। तब पूरे शहर में तकरीबन 200 स्थानों पर झंडारोहण का आयोजन किया गया था। 20 फीट की ऊंचाई पर शहर का सबसे ऊंचा तिरंगा फूलबाग स्थित तब के केईएम हॉल (अब गांधी भवन) में फहराया गया था।
उन्होंने याद करते हुए बताया कि उस आयोजन में तत्कालीन मुख्यमंत्री गोविंद वल्लभ पंत शामिल हुए थे। शहर भर के स्कूलों के बच्चों ने प्रभात फेरियां निकाली थी, संवैधानिक अधिकार मिलने पर लोगों का उत्साह अपने चरम पर था। जगह जगह मिठाइयां बांटी जा रही थीं, मानो दीपावली का त्यौहार हो। उन्होने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऐतिहासिक श्रद्धानंद पार्क में भी झंडारोहण किया था।

इस वर्ष भी 26 जनवरी को उसी स्थान पर एक बार फिर झंडारोहण होगा, फर्क सिर्फ इतना होगा कि इसबार तिरंगा 150 फीट की ऊंचाई पर शान के साथ फहराएगा। 

उन्होंने कहा कि नरवल निवासी श्याम लाल गुप्ता ने 1942 में एक गीत लिखा था, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा। यह गीत आज भी पूरे देश में गूंजता है। कानपुर वासियों ने उनके गीत को चरितार्थ किया है । 

एक बार फिर उसी फूलबाग में 26 जनवरी के दिन 150 फीट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराएगा। 

वर्ष 2017 में जेसीआई कानपुर की ओर से फूलबाग में इस झंडे का पोल स्थापित किया गया था।