March 15, 2025

आ स. संवाददाता

कानपुर। माघी पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को नगर के गंगा घाटों पर आस्था का सैलाब उमड पडा। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई, फिर दान करके  पुण्य लाभ कमाया। सूर्य को अर्घ्य दिया, गुरु के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। मंदिरों में पूजन कर माथा टेका। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स भी तैनात रहा। माघ पूर्णिमा पर गंगा में डुबकी लगाने की मान्यता है। इसी कारण भोर पहर से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। 

नगर के गंगा बैराज, भैरवघाट, सरसैया घाट, भगवत घाट समेत अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई, फिर वहीं खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य दिया। श्रद्धालुओं ने घाटों पर बैठकर पूजन करने के बाद दान कर पुण्य कमाया। घाटों पर मंदिरों में पूजन किया और संतो-पुजारियों का आशीर्वाद लिया। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालु गंगाजल भी भरकर घर ले गए। श्रद्धालुओं ने बताया कि घरों में पूजा के दौरान गंगाजल की जरूरत पड़ती है। आज के दिन गंगाजल भरकर ले जाने का अलग ही महत्व है। कई श्रद्धालुओं ने बताया कि घर से कोई पात्र नहीं लाए थे। घाट पहुंचने पर गंगाजल ले जाने की इच्छा हुई। अच्छा हुआ कि घाटों पर दुकानों में एक से लेकर पांच लीटर तक के डिब्बे मिल गए। वहीं दुकानदारों ने भी जमकर मुनाफा कमाया। 

सरसैया घाट, भगवत घाट पर एक दिन पहले ही दुकानें लग गईं थीं। पूजापाठ की सामग्री के साथ बच्चों के खिलौने दुकानों पर सजे थे। बुधवार को गंगा स्नान के बाद लोगों ने मेले में खरीदारी की। बड़ों ने पूजापाठ, जरूरत का सामान खरीदा तो वहीं बच्चों ने खिलौने, गुब्बारे खरीदकर आंनद उठाया। वहीं समोसा, टिकिया के ठेलों पर भी भीड़ रही। माघी पूर्णिमा पर पितृ दान और तर्पण का भी महत्व है। माघी पूर्णिमा पर तर्पण करने से पितृ तृप्त हो जाते हैं। मान्यताओं के अनुसार महाभारत युद्ध के बाद युधिष्ठिर ने अपने परिजनों की तृप्ति के लिए माघ में कल्पवास किया था और पितरों का श्राद्ध किया था। बुधवार को शुक्लागंज पुल के नीचे घाट पर काफी लोगों ने तर्पण किया। गंगा स्नान के साथ श्रद्धालुओं ने उपवास भी रखा। सुख-सौभाग्य, धन-संतान की इच्छा से मंदिरों में जाकर विष्णु की पूजा की। ब्राह्मणों को भोजन कराकर कपड़े, तिल, गुड़, घी, फल आदि दान दिए। गंगा स्नान कर लोगों ने रोगों से मुक्ति मांगी। सूर्य को अर्घ्य देकर दोषों से छुटकारा मांगा। 

जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने माघी पूर्णिमा के अवसर पर सरसैया घाट में बड़ी बहन सुनीता सिंह व अन्य परिवार के लोंगों के साथ गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने कहा कि ऐसी मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के दिन देवता भी स्नान करने आते हैं, इस दिन ‘दान’ का भी बहुत महत्व होता है। 

इसके बाद जिलाधिकारी ने सरसैया घाट में स्नान करने आए लोगों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। किसी को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए उन्होंने संबंधित अफसरों को को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।