November 22, 2024
कानपुर। नगर की जनता को अब शस्त्रों  का लाइसेंस पाने के लिए ऑफलाइन प्रक्रिया के झंझटों से मुक्ति देने की पहल शुरु कर दी गयी है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के जनता दर्शन में आए दिन आने वाले शस्त्र लाइसेंस की शिकायत को लेकर समाधान कर दिया है उन्हे लाइसेंस लेने के लिए अब ऑनलाइन आवेदन करना होगा।कमेावेश यही प्रक्रिया शस्त्र लाइसेंस के नवीनीकरण और स्थानान्तरण के लिए भी मान्य कर दी गयी है । इस ऑनलाइन प्रक्रिया के शुरु होने से अब लाइसेंस लेने वालों को कलेक्ट्रेट के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।जिलाधिकारी ने शस्त्र लाइसेंस नवीनीकरण और स्थानान्तरण न करने की शिकायतें पहुंचने के बाद असलहा बाबू को कोई भी ऑफलाइन आवेदन नहीं लेने के सख्त निर्देश दिए। सभी आवेदन ऑनलाइन कराने के निर्देश दिए।जिले में 5 साल से एक भी नया शस्त्र लाइसेंस नहीं बना है। जिले में कुल 39 हजार से अधिक शस्त्र लाइसेंस हैं। साल 2018 में असलहा लाइसेंस फर्जीवाड़ा होने के बाद शुरू हुई एसआईटी जांच अभी तक फंसी हुई है। सारी फाइलें ले जाकर जांच करने के बावजूद एसआईटी  ने कोई रिपोर्ट नहीं सौंपी।तब से आज तक शस्त्र अनुभाग के पास रिन्यूवल छोड़कर कोई काम नहीं बचा है। जो एडीएम सिटी, तहसील संबंधित एसडीएम और एसीएम करते हैं। अन्य जिलों से कानपुर आने वाले करीब 300 लोगों के लाइसेंस ट्रांसफर भी नहीं हो रहे हैं। करीब 400 से ज्यादा शस्त्र लाइसेंस धारकों की मौत हो चुकी है। उनके परिजन शस्त्र लाइसेंस का विरासत कराने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। रोजाना शस्त्र लाइसेंस के रिन्यूअल कराने और ट्रांसफर न करने की शिकायतों को सुनकर जिलाधिकारी परेशान हो गए हैं। जिसके बाद उन्होंने सभी आवेदन पत्र ऑनलाइन स्वीकृत कराने के निर्देश दिए।अधिकारियों के मुताबिक कलेक्ट्रेट के असलहा विभाग में लगातार गड़बड़ी की शिकायतें मिल रहीं थीं। इस पर पूर्व डीएम आलोक तिवारी की संस्तुति पर एसआईटी बनाई गई। जांच में शस्त्र लाइसेंस की 14 हजार फाइलें गायब मिलीं। जिसके बाद एसआईटी ने शस्त्रों के नामांतरण (शस्त्र की विरासत) का रजिस्टर जब्त कर लिया। तब से यह रजिस्टर एसआईटी के कब्जे में है।वर्तमान में 400 से ज्यादा ऐसे आवेदन लंबित हैं जिसमें लोगों ने शस्त्र लाइसेंस के विरासत का प्रार्थना पत्र दे रखा है। अधिकारी के मुताबिक रजिस्टर एसआईटी ले गई है तो वह ट्रांसफर कैसे करें। यही वजह शस्त्र के लाइसेंस नहीं बनाए जा रहे हैं।डीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया कि शस्त्र लाइसेंस रिन्यूअल, नए बनवाने के लिए जो भी आवेदन हैं वो अब ऑनलाइन स्वीकृत किए जाएंगे। ऑफलाइन आवेदन अब नहीं लिए जाएंगे सभी का समय पर निस्तारण किया जाएगा।