आ स. संवाददाता
कानपुर। नगर के चिड़ियाघर में गुरुवार सुबह चिड़ियाघर के सबसे उम्रदराज बाघ प्रशांत ने दम तोड़कर दुनिया को अलविदा कह दिया। अधिक उम्र होने के कारण बाघ प्रशांत बहुत दिनों से बीमार चल रहा था।
बाघ प्रशांत को 5 साल की उम्र में फर्रुखाबाद से रेस्क्यू कर चिड़ियाघर लाया गया था। मौजूदा समय में प्रशांत की उम्र 19 साल थी। प्रशांत को आदमखोर कहा जाता था। उसने कई लोगों को अपना शिकार बनाया था।उम्र के साथ प्रशांत के सारे दांत टूट गए थे और उसे खाना खाने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। वह पिछले पैरों से चलने में पूरी तरह से असमर्थ था। वन्यजीव के बीमार होने से उसकी मौत बताई गई है।
कानपुर चिड़ियाघर के प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि वह वन्यजीव अपनी औसत उम्र पूरी कर चुका था। बाघ प्रशांत पिछले कई दिनों से बीमार चल रहा था। समान्य मौत होने के कारण किसी अन्य जाँच की आवश्यकता नहीं है।
कानपुर चिड़ियाघर के रेंज अफसर नावेद इकराम ने बताया कि प्रशांत का अंतिम संस्कार गुरुवार को अस्पताल परिसर में किया जाएगा।