
संवाददाता
कानपुर। दहेज में एक लाख रुपए और बाइक न देने पर ससुराल वालों ने बहू को मार डाला। मृतका के पिता का आरोप है कि शादी के बाद से एक दिन भी बेटी खुशी-खुशी अपने ससुराल में नहीं रह पाई। आए दिन ससुराल में पति और उसके घर वाले कहते थे कि इतना प्रताड़ित करूंगा की घर से भाग जाएगी।
उन्होंने उसे जहर खिला दिया। फिर फोन कर बताया कि बेटी अचानक से बेहोश हो गई है। मायके वाले उसे अस्पताल लेकर गए। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद पिता ने ससुराल वालों के खिलाफ गुजैनी थाने में तहरीर दी हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
वरुण विहार निवासी जितेंद्र सिंह ने बेटी मीना यादव की शादी 11 मई को पनकी गंगागंज निवासी रवि राज उर्फ गोपाल के साथ की थी। ससुराल वालों ने दहेज में जो भी मांगा वो दिया गया। लेकिन शादी के बाद से ससुराल वाले अतिरिक्त दहेज की मांग करने लगे।
बेटी के असमर्थता जताने पर ससुराल वाले कहते थे कि जब पैसे नहीं दे सकते हो, तो शादी क्यों की। हर बाप अपनी बेटी के लिए सोचता है। तेरे बाप ne क्या सोचा था कि फ्री में शादी करेगा।
जितेंद्र सिंह ने बताया कि वो लोग बेटी से कहते थे, तेरे बाप ने जब कुछ नहीं दिया, तो तू यहां क्या करने के लिए है। भाग जा यहां से। नहीं जाएगी, तो जिंदगी से जाएगी।
बेटी ससुराल छोड़ने को तैयार नहीं थे। इसके बाद भी उसको आए दिन प्रताड़ित करते थे। तरह-तरह के ताने मारते थे। जब वो नहीं गई, तो उससे मारपीट की।
पिता जितेंद्र ने बताया कि बेटी मीना का मेरे पास फोन आया था। वो बोली कि थी पापा आप मुझसे मिलने आ जाइए। मैं बहुत परेशान हूं। जब मैं उससे मिलने गया, तो उसने सारी बात बताई। उसने बताया कि मेरा जीवन यहां नरक जैसा हो गया है। फिर वो रोने लगी। मैंने कहा कि बेटी परेशान न हो, सब ठीक हो जाएगा। इसके बाद मैं वहां से चला आया।
उसी रात 9 बजे ससुराल वालों ने फोन कर बताया कि मीना बेहोश हो गई है। उसे चांदनी अस्पताल में भर्ती कराया हैं, आकर देख लो।
हालत बिगड़ने पर मीना को हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। वहां पर मीना ने देर रात उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जब पोस्टमॉर्टम कराने की बात कही गई तो ससुराल वाले डेडबॉडी छोड़कर भाग निकले। ससुराल वालों के घर पर भी ताला लगा है।