August 4, 2025

संवाददाता
कानपुर।
  पनकी स्टेशन के पास भाऊपुर में हुए जनसाधारण एक्सप्रेस हादसे का असर दूसरे दिन भी देखने को मिला। दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर करीब 70 से अधिक ट्रेनें घंटों देरी से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचीं।
तेजस, राजधानी, शताब्दी सहित कई ट्रेनें दो से पांच घंटे तक आउटर पर रुकने के बाद सेंट्रल स्टेशन होते हुए अपने गंतव्य को गईं। इससे यात्री और उनके परिजन परेशान रहे। इस दौरान करीब 1500 से अधिक यात्रियों ने अपने टिकट निरस्त कराए।
शुक्रवार शाम भाऊपुर आउटर यार्ड पर हुए हादसे के बाद राजधानी-कानपुर सेंट्रल शताब्दी जैसी ट्रेनें पांच घंटा तक देरी से सेंट्रल स्टेशन पहुंचीं। रात 10 बजे आने वाली ट्रेनें सुबह तीन बजे आईं।
लखनऊ जंक्शन से कानपुर सेंट्रल, झांसी-मुंबई और अनवरगंज फर्रुखाबाद-कन्नौज के रास्ते जाने वाली ट्रेनें भी लेट हुईं। आगरा छावनी वंदे भारत एक्सप्रेस एक घंटा, हावड़ा दूरंतो एक्सप्रेस ढाई घंटा और सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस 7 घंटे लेट रही।
नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस पौने सात घंटा, दरभंगा क्लोन स्पेशल ढाई घंटा और नई दिल्ली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस सवा चार घंटा देरी से चली। हावड़ा-राजधानी एक घंटा, कानपुर सेंट्रल शताब्दी एक्सप्रेस व सियालदह राजधानी एक्सप्रेस पौने दो घंटा लेट रहीं।
गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस साढ़े चार घंटा देरी से चली। स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस शनिवार सुबह 8:10 बजे दिल्ली पहुंची। वहां से दोपहर 12:10 बजे चलकर कानपुर सेंट्रल पर शाम 6:10 बजे सेंट्रल स्टेशन पहुंची।