September 17, 2024
कानपुर। नगर निगम सदन की नई कार्यकारिणी की पहली बैठक में स्मार्ट सिटी समेत कई अन्य योजनाओं पर मुहर लगेगी। नई कार्यकारिणी के गठन के बाद आयोजित होने वाली बैठक नगर निगम के सभागार में गुरुवार 5 सितंबर को होगी। सुबह 11.30 बजे समिति कक्ष में बुलाई गई बैठक में इस बार नगर निगम मुख्यालय में संचालित हो रहे स्मार्ट सिटी के भवन से किराया वसूली का मुद्दा भी उठाया जाएगा। वार्ड-32 के पार्षद और कार्यकारिणी सदस्य आकर्ष बब्लू बाजपेई ने प्रस्ताव लगाया है कि नगर निगम मुख्यालय में संचालित हो रहे स्मार्ट सिटी के कार्यालय से किराया वसूला जाये। पूर्व में भी जो कार्यालय चल रहे थे उससे किराया वसूला जाता था। पार्षद ने बकाया किराया वसूलने का भी प्रस्ताव लगाया है। गुरुवार को होने वाली बैठक में सबसे पहले कार्यकारिणी के उप सभापति का चुनाव होगा, अभी वार्ड 70 के पार्षद संतोष साहू उप सभापति हैं। महापौर व सभापति प्रमिला पांडेय की अध्यक्षता में होने वाली कार्यकारिणी की बैठक में पेश प्रस्तावों पर विचार किया जायेगा। इसके बाद सभापति की अनुमति पर अन्य विषयों पर चर्चा होगी। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य सलील विश्नाई ने प्रस्ताव दिया है कि साहित्यकार डॉ. गिरिराज किशोर ने देश में कानपुर का मान बढ़ाया है। उनका परिवार सूटरगंज में निवास करता है। उन्होंने सुझाव दिया है कि स्व. गिरिराज किशोर की स्मृति को जीवित रखने के लिये सूटरगंज की सड़क का नाम गिरिराज किशोर मार्ग करने का प्रस्ताव सदन से पारित किया जाना चाहिए। इसी तरह वार्ड 45 की पार्षद रेनू अर्पित यादव ने प्रस्ताव दिया है कि समाज सेवक स्व. सुनील ब्रह्मचारी के नाम पर ई-ब्लॉक बर्रा गांव मोड़ मार्ग गुलाब गार्डन नाले के पास तक की सड़क का नाम रखा जाये। वार्ड-15 के पार्षद सौरभ देव ने  रजिस्ट्रेशन की जांच करने, चुन्नीगंज में वर्कशॉप की जमीन पर बन रहे कन्वेंशन सेंटर को नगर निगम को ट्रांसफर करने व कमेटी बनाकर अनुभवी विशेषज्ञों की देखरेख में चलाने का प्रस्ताव पेश किया है। इसी तरह कार्यकारिणी की बैठक में कुल 11 प्रस्ताव पेश किये जायेंगे। पार्षद मंजू पाल, वीरेंद्र सिंह, नीरज कुमार, शुभम वर्मा, आनंद शुक्ला, अरुण गर्ग समेत कई पार्षदों ने एक लाख से ऊपर के कार्य को ई-निविदा के तहत कराये जाने का प्रस्ताव दिया है। पार्षदों ने कहा कि अभी 10 लाख रुपये के कार्य मैनुअल टेंडर से करा लिये जाते हैं। जिसमें अनियमितता की खबरें रहती हैं। महाप्रबंधक जलकल ने भी कार्यकारिणी में प्रस्ताव दिया है कि जलकल में सन 1981 में लिफ्ट लगी थी। जो पूरी तरह से खराब हो गई है। लिफ्ट के गेट भी जंग खा रहे हैं। ओटीआईएस कंपनी ने 5 मंजिल के लिये दो लिफ्ट लगाई थी। सुरक्षा की दृष्टि से एक लिफ्ट बदलना जरूरी है। महाप्रबंधक ने कहा कि कंपनी ने नई लिफ्ट लगाने के लिये 19.11 लाख रुपये का एस्टीमेट दिया है। कार्यकारिणी में देवेंद्र द्विवेदी, दीपक शर्मा, आरती गौतम, योगेंद्र शर्मा, यशपाल सिंह, पवन पांडेय, धीरेंद्र सोनकर, अभिषेक गुप्ता मोनू, मंजू पाल, आकर्ष बाजपेई, फैजान रहमान, लियाकत अली सदस्य है।

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