October 18, 2024

— नगर की स्वच्छता रैंकिंग में नगर निगम चारो खाने चित

आ.स. संवाददाता 
कानपुर।
महापर्व दीपावली को मात्र 13 दिन शेष रह गए है। यह पर्व मुख्यता भगवान श्री राम के 14 वर्ष के वनवास समाप्त होने और अयोध्या वापसी पर मनाया जाता है। जिसमे मुख्यता भगवान श्री गणेश और लक्ष्मी जी के पूजन का भी विधान है। सनातन संस्कृत से जुड़े हुए हर व्यक्ति के लिए यह पर्व उत्साह, उमंग और जीवन में विकास के लिए प्रेरित करता है। इस पर्व को मनाने की शुरुआत पुरातन काल से घर की साफ सफाई से शुरू होकर, मिठाई, पूजन पर समाप्त होता है। जो कई दिनों तक चलता है लेकिन मेट्रो सिटी कानपुर महानगर का नगर निगम विभाग इस पर्व से मात्र 13 दिन पहले साफ सफाई की प्रदेश सरकार की रैंकिंग में धड़ाम होकर चारों खाने चित है। भारत सरकार की  महत्वाकांक्षी फ्लैगशिप योजना में कानपुर नगर निगम ने साफ सफाई के मामलों में दम तोड़ते हुए निचले पायदानों पर स्थान बनाया है। सरकार द्वारा कराई गई समीक्षा में इस योजना में कानपुर नगर निगम का प्रदर्शन खराब पाया गया है। भारत सरकार की इस योजना के तहत सीवर व सेप्टिक टैंक की स्वच्छता और उसमें लगे कर्मियों को सुविधाएं देने, जीवन सुरक्षा, व्यावसायिक सुरक्षा प्रशिक्षण, पीपीई व सुरक्षा किट देने, आत्मनिर्भर बनाने में पिछड़ा रहा है। इस योजना की शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से मॉनिटरिंग भी की जाती है। सरकार द्वारा जब इसकी समीक्षा की गई तो नगर निगम की विफलताओं पर शासन  ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुये नगर निगम को नियमों को पूरा करने के निर्देश दिये हैं।
शासन से मिले निर्देश के बाद नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने नाराजगी जताते हुये जलकल जीएम को फटकार लगाई है। नगर आयुक्त ने जलकल महाप्रबंधक को निर्देश दिए है कि इस मामले में प्रमुख सचिव व नगर विकास मंत्री की ओर से समीक्षा की जानी है। अतः सफाई के दौरान शासन के नियमों का पूरी तरह से पालन किया जाये। यदि कोई दुर्घटना होती है तो संबंधित अधिकारी व कर्मचारी अनुशासनात्मक कार्रवाही के लिये तैयार रहें।
नगर आयुक्त ने निर्देशित किया है कि सफाई कार्य के दौरान मानव बल को ऑक्सीजन मॉस्क, गम बूट्स, वॉटर प्रूफ दस्ताने और वाटर प्रूफ वर्दी उपलब्ध करवाना जरूरी है। बिना सुरक्षा उपकरण के सफाई कर्मचारियों को मेनहोल में उतारना अपराध है। लापरवाही में अगर ऐसा पाया गया तो अधिकारियों पर कार्रवाही होगी।
जलकल जीएम आनंद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शासन की इस योजना में पहले नियमित कर्मचारियों का डाटा भरा गया था। अब आउटसोर्स कर्मचारियों की भी जानकारी दी जा रही है। नगर की आबादी के हिसाब से सफाई कर्मचारी होना जरूरी है। जलकल अधिकारियो से मामले में कार्रवाही करने के निर्देश दिये हैं। शासन के निर्देशानुसार जल्द ही मानकों को पूरा कर लिया जायेगा।