कानपुर। नगर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, कानपुर के छात्र अब ऑर्ट ऑफ लिविंग सीखेंगे। कालेज में उनके लिए इसकी कक्षा का आयोजन 15 अक्टूबर से शुरू करने की तैयारी है। इसमें मेडिकल छात्र काफी उत्साह दिखा रहे हैं। इस कक्षा को कोई भी छात्र ज्वाइन कर सकता है।
सबसे खास बात यह है कि कानपुर मेडिकल कॉलेज में पहली बार यह योग की कक्षा लगेगी, जहां छात्रों को तनाव से मुक्त करने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग की मदद ली जायगी । इसकी जानकारी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने दी।
डा. काला ने बताया कि आज के समय में छात्रों पर पढ़ाई और काम दोनों का ही भार ज्यादा होता है। ऐसे में उनकी मदद आर्ट ऑफ लिविंग के माध्यम से हम कर सकते हैं। इस कक्षा को इसी माह से शुरू करने का प्लान तैयार कर लिया गया है। इस कक्षा को ज्वाइन करने के लिए किसी भी छात्र पर कोई दबाव नहीं हैं। यदि किसी को जरूरत महसूस होती है तो वह इस कक्षा को ज्वाइन कर सकता है। ये कक्षा करीब दो माह के लिए आयोजित की जा रही हैं। यदि जरूरत पड़ी तो इसे और आगे फिर से शुरू किया जाएगा।
डॉ. काला ने बताया कि आज कल पढ़ाई के कारण छात्रों में तनाव अधिक रहता है। ऐसे में उन्हें परीक्षाओं के समय ज्यादा तनाव महसूस होने लगता है।जिससे वह लोग किसी न किसी तरह का गलत कदम उठा लेते हैं। ऐसे में अगर पहले से ही वह खुद को तैयार रखेंगे। तो उनमे हर परिस्थितियों से लड़ने की क्षमता होगी और वह खुद को परीक्षाओं के समय भी तनाव से मुक्त महसूस करेंगे। इस कक्षा में सुदर्शन क्रिया, प्राणायाम समेत चार प्रकार के योग आसन का अभ्यास कराया जाएगा।
डॉ. संजय काला ने बताया कि आईआईटी कानपुर में आज से करीब 12 साल पूर्व छात्र सुसाइड कर रहे थे। ऐसे में आर्ट ऑफ लिविंग के लोगों ने वहां पर जाकर छात्रों की काउंसिलिंग की और फिर इस तरह की घटनाओ पर रोक लगनी शुरू हो गई।
उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में आने के बाद जब कोई छात्र तनाव महसूस करता है तो वह गलत संगत की तरफ चला जाता है। ऐसे छात्रों की संख्या लगभग 30 प्रतिशत होती हैं। ऐसी स्थिति में कभी कभी छात्र नशा भी करने लगते हैं। इन सब चीजों से बचने के लिए ही आर्ट ऑफ लिविंग की कक्षा का आयोजन किया जा रहा है।