कानपुर। ई रिक्शा चालक को गांजा तस्कर बताकर और उसकी पत्नी् से वसूली करने वाले पत्रकार को पुलिस की दोस्ती काम न आ सकी। अब उसी थाने के पुलिसकर्मियों ने वसूलीबाज पत्रकार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। काकादेव पुलिस ने गांजा तस्करी की झूठी खबर चलाकर वसूली की फिराक में एक कथित वसूलीबाज को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। बतातें चलें कि वसूलीबाज पत्रकार के चक्कर में पूर्व में काकादेव और नवाबगंज के तत्कालीन थानेदारों के बीच विवाद हो गया था। दोनों थानेदारों पर कार्रवाई के बाद गैर जनपद ट्रांसफर कर दिया गया था। काकादेव थाना क्षेत्र के डबल पुलिया में रहने वाली मायादेवी ने पुलिस को बताया कि उनके पति सोभरन सिंह कुछ दिन पहले ही जेल से जमानत पर छूट कर आए हैं। सूरज वर्मा उर्फ सूरज सोनी नाम का एक कथित वसूलीबाज पत्रकार उनके पति को गांजा तस्कर बताकर कई बार पुलिस की मिलीभगत से जेल भिजवा चुका है। जमानत पर छूटने के बाद फिर से झूठी खबर चलवाकर वसूली के चक्कर में दबाव बना रहा है।पति पर दबाव बना रहा कि पत्नी के जेवर बेचकर एक लाख रुपये दे दो नहीं तो तुझे दोबारा जेल भिजवा देंगे। इतना ही नहीं हर महीने 10 हजार रुपये की मांग करता है। विरोध करने पर मारपीट तक करता है। 10 महीने पहले नवाबगंज थाने में तैनात रहे इंस्पेक्टर रोहित तिवारी ने काकादेव से दो गांजा तस्करों मूलरूप से कानपुर देहात निवासी सौरभ व उन्नाव के बांगरमऊ बाजीपुर निवासी विनोद को अरेस्ट करके जेल भेजा था। सूत्रों की मानें तो सूरज सोनी की मुखबिरी पर ही दोनों को अरेस्ट करके जेल भेजा गया था। अरेस्टिंग को लेकर तत्कालीन काकादेव थाना प्रभारी विनय शर्मा ने आरोप लगाया था कि वसूली के चक्कर में उनके क्षेत्र से गांजा तस्करों को अरेस्ट किया गया है। इंस्पेक्टर विनय शर्मा ने तो यहां तक धमकी दी थी कि अगर तस्करों को नहीं छोड़ा तो अपहरण का मुकदमा लिख देंगे। मामला सामने आने के बाद विनय शर्मा सस्पेंड कर दिए गए और रोहित तिवारी का प्रयागराज ट्रांसफर कर दिया गया था।
कानपुर। ई रिक्शा चालक को गांजा तस्कर बताकर और उसकी पत्नी् से वसूली करने वाले पत्रकार को पुलिस की दोस्ती काम न आ सकी। अब उसी थाने के पुलिसकर्मियों ने वसूलीबाज पत्रकार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। काकादेव पुलिस ने गांजा तस्करी की झूठी खबर चलाकर वसूली की फिराक में एक कथित वसूलीबाज को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। बतातें चलें कि वसूलीबाज पत्रकार के चक्कर में पूर्व में काकादेव और नवाबगंज के तत्कालीन थानेदारों के बीच विवाद हो गया था। दोनों थानेदारों पर कार्रवाई के बाद गैर जनपद ट्रांसफर कर दिया गया था। काकादेव थाना क्षेत्र के डबल पुलिया में रहने वाली मायादेवी ने पुलिस को बताया कि उनके पति सोभरन सिंह कुछ दिन पहले ही जेल से जमानत पर छूट कर आए हैं। सूरज वर्मा उर्फ सूरज सोनी नाम का एक कथित वसूलीबाज पत्रकार उनके पति को गांजा तस्कर बताकर कई बार पुलिस की मिलीभगत से जेल भिजवा चुका है। जमानत पर छूटने के बाद फिर से झूठी खबर चलवाकर वसूली के चक्कर में दबाव बना रहा है।पति पर दबाव बना रहा कि पत्नी के जेवर बेचकर एक लाख रुपये दे दो नहीं तो तुझे दोबारा जेल भिजवा देंगे। इतना ही नहीं हर महीने 10 हजार रुपये की मांग करता है। विरोध करने पर मारपीट तक करता है। 10 महीने पहले नवाबगंज थाने में तैनात रहे इंस्पेक्टर रोहित तिवारी ने काकादेव से दो गांजा तस्करों मूलरूप से कानपुर देहात निवासी सौरभ व उन्नाव के बांगरमऊ बाजीपुर निवासी विनोद को अरेस्ट करके जेल भेजा था। सूत्रों की मानें तो सूरज सोनी की मुखबिरी पर ही दोनों को अरेस्ट करके जेल भेजा गया था। अरेस्टिंग को लेकर तत्कालीन काकादेव थाना प्रभारी विनय शर्मा ने आरोप लगाया था कि वसूली के चक्कर में उनके क्षेत्र से गांजा तस्करों को अरेस्ट किया गया है। इंस्पेक्टर विनय शर्मा ने तो यहां तक धमकी दी थी कि अगर तस्करों को नहीं छोड़ा तो अपहरण का मुकदमा लिख देंगे। मामला सामने आने के बाद विनय शर्मा सस्पेंड कर दिए गए और रोहित तिवारी का प्रयागराज ट्रांसफर कर दिया गया था।