
संवाददाता
कानपुर। बिल्हौर थाना क्षेत्र के महिगवां गांव में चोरों ने दो घरों को निशाना बनाया। चोर लाखों रुपए की नगदी और जेवरात लेकर फरार हो गए। दोनों घरों में परिवार वाले बाहर सो रहे थे और सुबह जागने पर उन्हें चोरी का पता चला।
पहले मामले में रामसेवक सावन मास के चलते अपनी विवाहित बेटी के घर सावनी देने गए थे। उनकी पत्नी सोमवती और दोनों बेटे अंकित व नागेश घर के बाहर दरवाजे पर सो रहे थे। चोर घर के पिछले हिस्से से दीवार फांदकर अंदर घुसे। उन्होंने कमरे का ताला तोड़कर बक्सा उठा लिया।
सुबह खोजबीन करने पर बक्सा घर से 200 मीटर दूर उमेश की झोपड़ी के पास बिखरा हुआ मिला। बक्से में रखे पायल, पेटी, नथुनिया सहित एक लाख से अधिक रुपए के जेवरात गायब थे।
दूसरे मामले में उस घर से लगभग 200 मीटर दूर रहने वाले दुर्गा और उनकी पत्नी अर्चना भी घर के बाहर सो रहे थे। चोर घर के पिछले हिस्से से दीवार फांदकर अंदर घुसे। उन्होंने मुख्य दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और कमरे में रखा बक्सा उठाकर फरार हो गए।
रात में जब दुर्गा ने मोबाइल चार्जिंग के लिए दरवाजा खोलने का प्रयास किया तो वह बंद था। घर के अंदर कमरे के दरवाजे खुले पड़े थे। खोजबीन करने पर उनका बक्सा घर से 100 मीटर दूर नागेश्वर की बगीचे के पास मिला। बक्से का ताला टूटा हुआ था और उसमें रखे दस हजार रुपए गायब थे।
सुबह सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों घरों में हुई चोरी की जांच शुरू करी।
कानपुर कमिश्नरेट के बिल्हौर सर्किल क्षेत्र में चोरी, लूट और छिनैती की घटनाएं लगातार हो रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस अक्सर इन मामलों में केवल औपचारिक कार्रवाई करती है। अधिकांश चोरी की घटनाओं में मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता। इससे कुछ दिनों बाद मामला ठंडा पड़ जाता है। इस कारण चोरों को पकड़े जाने का डर कम रहता है और वे नई वारदातों को अंजाम देते रहते हैं।