-जांच अधिकारियों ने सबसे पहले सीसीटीवी के फुटेज खंगाले।
कानपुर। देश और प्रदेश की सरकारों की जातीय भेदभाव को मिटाने की मुहिम को नगर की जातीय व्यवस्थाा ने पूरी तरह से शर्मसार कर दिया है। जातीय भेदभाव का असर अब कानून के रखवालों पर भी पडता दिखायी दे रहा है जहां सवर्ण जाति के पुलिसकर्मी नीच जाति के लोगों के खिलाफ अमानवीय व्यवहार करने से बाज आते नही दिखायी दे रहे हैं। मामला कल्याणपुर थाने में तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ दलित समाज के व्यक्ति को जूते में पानी पिलाने का सामने आया है। जिसकी उच्च स्तरीय जांच भी अधिकारियों की ओर से शुरु करवा दी गयी है। जिसमें सबसे पहले थाने में लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाले जाने से शुरुआत की गयी है। आरोपित पुलिस कर्मियों ने मामला रफा-दफा करने की लाख कोशिश की लेकिन सफलता नही मिल सकी और जांच शुरु हो गयी। क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि कल्याणपुर थानेदार समेत 5 पुलिस कर्मियों ने उनके बेटे को उठाया और 10 हजार मांगे। विरोध करने पर बेटे को बेरहमी से पीटा और फिर थाने में जूते से पानी पिलाया। इतना ही नहीं महिला का हाथ पकड़कर खींचा। कानपुर पुलिस कमिश्नर से शिकायत के बाद शनिवार को एसीपी ने जांच शुरू कर दी है। पीड़िता के बयान दर्ज करने के साथ ही थाने और चौकी के सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए जा रहे हैं।कल्याणपुर थाना क्षेत्र के दयानंद विहार नौबस्ता में रहने वाली महिला रानी कुरील ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर यह शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 17 अगस्त को देर शाम 7:30 बजे मेरा बेटा ई-रिक्शा चालक क्रिश कुरील का सवारी बैठाने को लेकर मोहल्ले के आटो चालक से कहासुनी हो गई थी। इस बात कि उसने कल्याणपुर थाने की चौकी नवशीलधाम में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद आरोपी ने माफी मांग ली और दोनों में समझौता हो गया था। लेकिन आरोप है कि चौकी इन्चार्ज ने कहा कि बिना चौकी में पैसे की पूजा किये बिना तुम लोगों को यहां से छोड़ेगे नहीं।प्रार्थिनी के पुत्र ने कहा कि हम लोगों ने आपस में समझौता कर लिया है तो पैसे क्यों दें आपको… इस बात पर चौकी इन्चार्ज भड़क गये और चौकी में बैठे अन्य दो दरोगा जिनका नाम दिनेश कुमार यादव, सिपाही संजीव चौकी के पीछे कमरे में शराब पी रहे थे तो वह लोग भी आ गए। उन लोगों ने भी कहा कि तुम लोगों को 10 हजार देने ही पड़ेगें नहीं तो तुम लोगों को आज छोडेगें नहीं, जिसका प्रार्थिनी के पुत्र क्रिश कुरील ने विरोध किया तो उक्त सभी चौकी में बैठे पुलिस कर्मियों ने गाली-गलौज देते हुए खींच लिया और जमकर पीटा।जानकारी मिलने पर ई-रिक्शा चालक की मां चौकी नवशीलधाम पहुंची तो चौकी इन्चार्ज से पूंछा कि मेरे पुत्र के साथ मारपीट, गाली गलौज, जाति सूचक शब्दों का प्रयोग क्यों किया। इस पर चौकी इंचार्ज भड़क गए हाथ पकड़कर खींचकर बाहर निकालने की कोशिश की और अभद्रता शुरू कर दी। इसके बाद ई-रिक्शा चालक और आटो चालक को कल्याणपुर थाने भेज दिया।आरोप है कि थाने में थानाध्यक्ष सुधीर सिंह और चौकी इंचार्ज ने एक कांस्टेबल के साथ उनके बेटे को हवालात में डाल दिया। जब उन्होंने बेटे को छुड़ाने के लिए पैरवी की तो उसे लात-घूसों, उण्डों व पट्टों से जमकर पीटा। जूते में पानी भरकर पिलाया और धमकी दी। इसके बाद एक वीडियो बनाते हुए पूछा कि यह चोट कहां से आई, जबरन कहलवाया कि आपस में लड़ने से आई हैं। इसके बाद कहा कि अगर किसी अफसर के सामने कुछ बताया कि 14 दिन के लिए जेल भेज देंगे। इसके बाद दोनों शांतिभंग में चालान कर दिया।शिकायतकर्ता रानी की तहरीर पर पुलिस कमिश्नर ने कल्याणपुर थाना प्रभारी सुधीर सिंह, चौकी इंचार्ज नवशीलधाम दिनेश कुमार व अन्य दो दरोगा व एक सिपाही संजीव के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। मामले में एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने जांच शुरू कर दी है। सबसे पहले शनिवार दोपहर को पीड़िता और उसके बेटे व आटो चालक को बुलाकर पूरे मामले में बयान दर्ज किए गए हैं। इसके बाद थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज और कांस्टेबल समेत अन्य पुलिस कर्मियों से पूछताछ कर रहे हैं। इसके साथ ही दूसरी तरफ मारपीट करने और जूते में पानी पिलाने के आरोपी की सत्यता जांचने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए जा रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।