September 19, 2024

ओजोन परत के बारे में किया गया जागरूक।

बताये जीवन को संरक्षित रखने के उपाय।

कानपुर। भारतीय सेना की ओर से कानपुर के नरवल स्थित ऊषा पापुलर विद्यालय में सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के द्वारा ओजोन परत पर पढ़ने वाले दुष्प्रभाव के बारे में तथा ओजोन परत को सुरक्षित रखने के विभिन्न उपायों के बारे में स्कूली बच्चों सहित ग्रामीणों को अवगत करवाया। इस दौरान गंगा 137 सीईटीएफ बटालियन 39 गोरखा राइफल गंगा टास्क फोर्स से सूबेदार ललित मोहन ने कहा कि ओजोन परत, गैस की एक नाजुक ढाल, पृथ्वी को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाती है। इसी प्रकार ग्रह पर जीवन को संरक्षित करने में मदद करती है। ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों के नियंत्रित उपयोग को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने और इससे रिलेटेड कटौतियों से न केवल वर्तमान तथा भावी पीढ़ियों के लिए ओजोन परत की रक्षा करने में मदद मिली है। बल्कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के वैश्विक प्रयासों में भी महत्वपूर्ण योगदान मिला है। इससे हानिकारक पराबैंगनी विकिरण को पृथ्वी तक पहुंचने से रोककर मानव स्वास्थ्य तथा पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा हुई है। इस दौरान विद्यालय परिसर में भारतीय सेना के जवानों ने बच्चों के साथ फलदार और छायादार पौधे रोपित किए। विद्यालय के प्राचार्य वीपी विद्यार्थी ने ओजोन परत का महत्व बताया व विद्यार्थियों को शपथ दिलवाते हुए कहा कि जो शुद्ध प्राकृतिक वातावरण हमें अपने-अपने पूर्वजों से मिला है। हमें उसकी रक्षा करते हुए अपनी आने वाली पीढिय़ों के लिए संजोकर रखना है। यही हम सबका परम कर्तव्य है। इस मौके पर नमामि गंगे से रामशंकर तिवारी, सनी बीडीसी, कुमुद कुशवाहा, कपिल कुमार, विपिन कुमार, आशु कुमार, शिवम सिंह सहित सेना के जवान व ग्रामीण मौजूद रहे।